जोशीमठ: जैसे-जैसे सर्दी बढ़ रही है जोशीमठ से औली को जाने वाली सड़क पाले में तब्दील होने लगी है। सड़क पर पाला पड़ने के कारण वाहन फिसलने का खतरा लगातार बना हुआ है।
ऐसे हालातों में पर्यटकों को औली तक पहुंचने में दिक्कत पेश आ रही है। पहाड़ी इलाकों में जैसे-जैसे तापमान में गिरावट आती है। रात भर सड़कों पर बरसाने वाली ओस सुबह पाले में तब्दील हो जाती है, जिसके चलते वाहन चलाने में परेशानी होती है।
उत्तराखण्ड का मुख्य पर्यटन केंद्र औली जोशीमठ का काफी ऊंचाई पर स्थित इलाका है। यहां पहुंचने वाला सड़क मार्ग सर्दी के मौसम में काफी खतरनाक हो जाता है। इस सड़क मार्ग पर पाला पड़ना शुरू हो गया है। गनीमत है कि अभी बर्फबारी नहीं हुई है, नहीं तो सड़क पर आवागमन करना और भी कठिन हो जाता है।
जोशीमठ से औली को जाने वाला रोपवे फिलहाल बंद चल रहा है। दरअसल जोशीमठ में हुए भूधंसाव के बाद से यह रोपवे बंद है अन्यथा रोपवे अगर सुचारू हो तो औली पहुंचने में इतनी दिक्कत नहीं होती है।रोपवे सुचारू होने पर औली पहुंचने वाला लगभग 50 प्रतिशत पर्यटक रोपवे के माध्यम से ही औली पहुंचता था।
इस साल सभी पर्यटकों को सड़क मार्ग से होते हुए ही औली पहुंचाना पड़ेगा लेकिन इस साल औली पहुंचने के लिए एकमात्र विकल्प सड़क मार्ग है। जिस पर पाला पड़ने से खतरा बढ़ गया है, वहां फिसल रहे हैं और गाड़ियों से लंबा जाम भी लग रहा है।