उत्तरकाशी: जैसे जैसे सुरंग में फंसे श्रमिकों की जल्द बाहर आने की उम्मीद बढ़ रही है, इसके साथ ही स्वाथ्य परीक्षण को लेकर स्वास्थ्य महकमा भी अपनी व्यवस्थाओं के साथ पूरी तरह चाक चौबंद हैI रेस्क्यू अभियान की स्थिति के अनुसार अब किसी भी समय अंदर फंसे श्रमिक बहार आ सकते हैंI
ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक जनरल फिजिशियन और दो मनोचिकित्सकों की तैनाती सिलक्यारा में पहले ही की जा चुकी है। विभाग की ओर से यह भी तैयारी की जा रही है कि जैसे ही श्रमिकों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला जाएगा तो उनकी स्वास्थ्य जांच के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम सुरंग के बाहर तैनात रहे।
स्वास्थ्य रिपोर्ट के आधार पर ही श्रमिकों को अस्थायी अस्पताल सिलक्यारा, जिला अस्पताल या फिर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़कोट भेजा जाएगा। अगर श्रमिकों की स्थिति गंभीर हुई तो उन्हें एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश भेजने की भी तैयारी की गई है। वहीं सिलक्यारा में 20 एंबुलेंस भी तैनात कर दी गई हैं। जिनमें आक्सीजन और जीवन रक्षक दवा आदि की पूरी व्यवस्था है।
इसके अलावा महानिदेशक सुरंग में उस स्थल तक भी पहुंचीं, जहां से चिकित्सक सुरंग में फंसे श्रमिकों के स्वास्थ्य की जानकारी ले रहे हैं। महानिदेशक ने जिला अस्पताल में श्रमिकों के प्राथमिक उपचार के लिए तैयार किए गए वार्ड का भी निरीक्षण किया। इसके साथ ही मंगलवार को डा. विनिता शाह ने अग्रिम आदेशों तक उत्तरकाशी जनपद में सभी चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मचारियों के अवकाश पर रोक लगा दी है। जो चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी छुट्टी पर थे, उनकी छुट्टी रद्द करते हुए उन्हें तत्काल ड्यूटी पर लौटने के आदेश दिए गए हैं।