रुद्रप्रयाग: जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने केदारनाथ धाम यात्रा को सुव्यवस्थित एवं सफलता पूर्वक संचालित करने के लिए घोड़ा-खच्चर, डंडी-कंडी संचालकों एवं होटल एसोशिएन के साथ बैठक की। बैठक में जिलाधिकारी ने श्री केदारनाथ यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए सभी के सहयोग की अपेक्षा की।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा यात्रा व्यवस्था को ठीक ढंग से संचालित कराने के लिए घोड़ा-खच्चरों का संचालन शासन के निर्देशानुसार किया जाएगा| यात्रा के दौरान किसी भी यात्री को कोई परेशानी व असुविधा न हो इसके लिए घोड़ा-खच्चर के साथ चलने वाले हाॅकर का पंजीकरण किया जाना अनिवार्य है।
जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा मार्ग में किसी भी दशा में बीमार एवं कमजोर घोड़ा-खच्चरों का संचालन नहीं किया जाएगा तथा किसी भी दशा में यात्रा मार्ग में किसी घोडे-खच्चरों के साथ पशु क्रूरता न हो इस पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि डंडी-कंडी संचालकों की संख्या भी सीमित रहेगी एवं जिन डंडी-कंडी का पंजीकरण किया जाएगा उनका पहले पुलिस सत्यापन भी अनिवार्य रूप से किया जाएगा तथा सभी डंडी-कंडी संचालकों के परिचय-पत्र भी निर्गत किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों, डंडी-कंडी संचालकों एवं दुकानों के संचालन के लिए स्थानीय लोगों को पहले प्राथमिकता दी जाएगी।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी केदारनाथ इंद्र सिंह नेगी, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आशीष रावत, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे, जिला पंचायत राज अधिकारी प्रेम सिंह रावत, आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार, अधिशासी अभियंता राजवीर सिंह चौहान सहित संबंधित अधिकारी व विभिन्न यूनियनों के पदाधिकारी मौजूद रहे।