देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी शहर के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई 2200 करोड़ के विकास योजनाओं की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि विकास योजनायें ग्राउंड लेवल पर दिखाई देनी चाहिए। बोले आम जनता से जुड़ी योजनाओं का समय से क्रियान्वयन सुनिश्चित करना अधिकारियों का दायित्व है।
शुक्रवार को हल्द्वानी के सर्किट हाउस काठगोदाम में मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान, वित्त पोषित नगर के विकास के लिए डीपीआर तैयार कर रही कार्यदायी संस्था उत्तराखण्ड अर्बन सेक्टर विकास एजेंसी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन योजनाओं की डी.पी.आर. अभी तैयार नहीं हुई है, उन्हें शीघ्र अंतिम रूप दिया जाए। कहा कि शहरी विकास के लिए जनप्रतिनिधियों के सुझावों को भी डीपीआर में शामिल किया जाए| इसके लिए उन्होंने कार्यदायी संस्था को 10 दिन के भीतर क्षेत्रीय प्रतिनिधियों व अन्तर विभागीय बैठक करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि डीपीआर फाइनल करने से पहले अन्तर विभागीय बैठक करने से आपसी समन्वय बना रहेगा व बाद में किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पडे़ेगा। कहा कि कार्यदायी संस्था सुनिश्चित करें कि निर्माण से पूर्व ही सड़क पर सर्विस डक्ट डाली जाए जिससे जनता को बार-बार परेशानियों का सामना न करना पडे व सरकारी धन का दुरुपयोग न हो। उन्होंने मण्डलायुक्त कुमाऊ दीपक रावत को प्रत्येक सप्ताह कार्य की मॉनिटरिंग के निर्देश दिए जिससे कार्य धरातल पर दिख सके।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को योजनाओं की जानकारी व आंकड़ेक्ष को मौखिक याद रखने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को तैयारी के साथ आगामी बैठक में प्रतिभाग करने के भी निर्देश दिए। वहीं योजनाओं के क्रियान्वयन में हो रहीं देरी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कतिपय अधिकारियों की लचर कार्यशैली के कारण सरकार आलोचना की भागीदार बनती है। इसके लिए उन्होंने समस्त अधिकारियों को अपनी कार्यशैली पर सुधार लाने के निर्देश दिए| साथ ही जनता के कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता से निस्तारित करने को कहा। उन्होंने कहा कि जन सेवा ही हमारा लक्ष्य है।
इस अवसर पर मेयर डा. जोगेन्दर पाल सिंह रौतेला, विधायक एवं पूर्व मंत्री बंशीधर भगत, विधायक डा. मोहन सिंह बिष्ट, रामसिंह कैडा, उपाध्यक्ष जिला पंचायत आनन्द दरम्वाल सहित जन प्रतिनिधि व अधिकारीगण उपस्थित रहें।