जनजाति समाज की कला व संस्कृति के संरक्षण के लिए फण्ड की होगी व्यवस्था: सीएम धामी

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर राज्य जनजाति शोध संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम पर प्रतिभाग किया| इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनजाति कल्याण समिति के भवन के लिए भूमि उपलब्ध कराये जाने की भी बात कही। साथ ही जनजाति समाज की कला, संस्कृति संरक्षण के लिए कारपस फण्ड की स्थापना की घोषणा की।

इस कार्यक्रम में मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रतिवर्ष जनजाति गौरव दिवस का आयोजन किया जायेगा। सीमान्त क्षेत्रों में जनजाति छात्रों की शिक्षा व्यवस्था के लिए आवासीय विद्यालयों की स्थापना पर विचार किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने जनजातीय गौरव दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि आजादी के अमृतकाल में भगवान बिरसा मुण्डा के आशीर्वाद से हमारा देश अपने अमृत संकल्पों को पूर्ण करने में अवश्य सफल होगा। हमारा जनजातीय समाज हमारे बटवृक्ष रूपी देश की मजबूत जड़ के समान है। जनजातीय समाज का मजबूत और आत्म निर्भर बनना हमारे देश और प्रदेश की उन्नति के लिए आवश्यक है।

उन्होंने आगे कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय समाज का योगदान के कारण ही पिछले वर्ष प्रधानमंत्री ने प्रत्येक वर्ष 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की थी। इससे जहां एक ओर जनजातीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है, वहीं गैर जनजातीय समुदाय को भी जनजातीय समाज की कला व संस्कृति की विशेषताओं से अवगत होते हैं।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास, मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक विनोद चमोली, जनजाति कल्याण निदेशक संजय टोलिया आदि उपस्थित रहें।

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