देहरादून: नेशनल कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने महिला आरक्षण पर उत्तर भारत के लोगों पर निशाना साधा है| पुणे डॉक्टर संघ की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान शरद पवार ने लोकसभा व विधानसभाओं में महिलाआों को आरक्षण देने के मामले पर उत्तर भारत और संसद की मानसिकता पर सवाल उठाया है।
पवार ने कहा कि उत्तर भारत और संसद की मानसिकता अभी भी लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण देने के अनुकूल नहीं है। वह संसद में इस मुद्दे पर तब से बोल रहे हैं जब वह लोकसभा में कांग्रेस के सदस्य थे। सभी दलों को इस विधेयक को पारित कराने का प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि संसद की मानसिकता विशेष रूप से उत्तर भारत की, इस मुद्दे पर अनुकूल नहीं रही है। मुझे याद है कि जब मैं कांग्रेस में लोकसभा सांसद था, तब भी मैं संसद में महिलाओं के लिए आरक्षण के मुद्दे पर बात करता था। एक बार अपना भाषण पूरा करने के बाद, मैं पीछे मुड़ा और देखा कि मेरी पार्टी के अधिकांश सांसद उठकर चले गए। इसका मतलब है कि मेरी पार्टी के लोगों के लिए भी इसे स्वीकार नहीं करना चाहते।
शरद पवार ने कहा कि जब मैं महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री था, तब स्थानीय निकायों जैसे जिला परिषद और पंचायत समिति में महिलाओं के लिए आरक्षण की शुरुआत की गई थी। शुरू में इसका विरोध किया गया था लेकिन बाद में लोगों ने इसे स्वीकार कर लिया था।