देहरादून: मौसम विभाग ने दूर दराज के स्थानों पर तीन से छह अप्रैल के बीच भीषण गर्मी की चेतावनी जारी की है। आईएमडी के अनुसार भीषण गर्मी तब होती है, जब तापमान सामान्य से 6.4 डिग्री ज्यादा हो जाता है। भारत में 122 वर्ष में मार्च सबसे गर्म महीना रहा, जिस दौरान देश में भीषण गर्मी पड़ी।
मौसम विभाग ने इस असामान्य गर्मी के लिए उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और दक्षिण भारत में किसी भी व्यापक मौसमी परिस्थितियां नहीं बनने के कारण वर्षा की कमी को जिम्मेदार ठहराया है। पूरे देश में 8.9 मिलीमीटर (मिमी) वर्षा दर्ज की गई, जो कि इसकी लंबी अवधि की औसत वर्षा 30.4 मिमी से 71 प्रतिशत कम थी। वर्ष 1909 में 7.2 मिमी और 1908 में 8.7 मिमी के बाद 1901 से मार्च में तीसरी बार सबसे कम वर्षा हुई।