देहरादून: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आज दो ट्वीट कर मुलायम सिंह यादव के साथ ही अखिलेश यादव पर हमला बोला है। मायावती ने उन पर आरोप लगाते हुए कहा, बसपा के नेता नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक भाजपा से मिले हुए हैं। मायावती ने समाजवादी पार्टी के सरंक्षक पर भी हमला बोला है। उन्होंने बसपा तथा भाजपा की मिलीभगत के आरोप का भी जवाब दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आज समाजवादी पार्टी पर निशाना साधाते हुए अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, समाजवादी पार्टी संरक्षक ने पिछले शपथ ग्रहण समारोह में तो पीएम नरेन्द्र मोदी से अखिलेश यादव को आशीर्वाद दिलाया था। इस बार तो अपने काम के लिए एक सदस्य को भाजपा में पहले ही भेज दिया है। मायावती का मुलायाम सिंह यादव और अखिलेश यादव पर दो ट्वीट से हमला बोला है।
मायावती ने कहा कि, उत्तर प्रदेश में अम्बेडकरवादी लोग कभी भी सपा मुखिया तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को माफ नहीं करेंगे। अखिलेश यादव ने अपनी सरकार में अम्बेडकरवादी लोगों के नाम से बनी योजनाओं व संस्थानों आदि के नाम अधिकांश बदल दिये है। जो अति निन्दनीय व शर्मनाक भी है।
बसपा तथा भाजपा की मिलीभगत के आरोप का जवाब देते हुए मायावती ने कहा, बसपा नहीं बल्कि सपा के संरक्षक ही भाजपा से मिले हैं। मुलायम सिंह यादव तो खुलकर भाजपा से मिले हैं। जिन्होंने भाजपा के पिछले शपथ ग्रहण में अखिलेश यादव को भाजपा से आर्शीवाद भी दिलाया और अब अपने काम के लिए एक सदस्य को भाजपा में भेज दिया है। यह जग-जाहिर है।