देहरादून: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बीच भारतीय किसान मोर्चा के तहत 57 संगठनों ने भाजपा को सजा देने पर सहमति जताई है। भाकियू ने इसके लिए प्रदेश के वोटरों के नाम पत्र जारी करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि संकिमो का एसएसएम के साथ कोई रिश्ता नहीं हैI ट्रेड यूनियन के साथ उनका रिश्ता जारी रहेगा।
भारतीय किसान मोर्चा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उसमें कहा है कि वह इस चुनाव में भाजपा को सजा देने के लिए कार्य करेंगे। जिसके तहत वह आम लोगों तक पत्र व पर्चों के माध्यम से मोर्चा की बात पहुंचाएंगे।
मोर्चा के बड़े नेता राकेश टिकैत ने विज्ञप्ति के माध्यम से बयान जारी किया है कि, प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में 14 दिन में गन्ना भुगतान की बात की थी, परंतु यह भुगतान 13 महीने के बाद मिलता है।
तो वहीं योगेंद्र यादव ने सरकार पर किसानों से बदला लेने का आरोप लगाते हुए कहा है कि, बजट में किसानों से बदला लिया गया है किसानों के साथ न्यूनतम इमानदारी भी सरकार ने नहीं दिखाई, किसानों को सरकार से दोगुनी आए कृषि में बजट को बढ़ाना न्यूनतम समर्थन मूल्य का दायरा बढ़ाने की उम्मीद थी, लेकिन सभी योजनाओं में कमी की गई है। उन्होंने आगे कहा कि यदि सरकार को आंदोलनकारियों से दिक्कत है तो उन्हें जेल भेज दो लेकिन किसानों से बदला ना लो। इसके अलावा योगेंद्र यादव ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा वाले मामले में सवाल उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा तो सुरक्षा है, लेकिन 26 जनवरी को एक महिला के साथ जो घटना घटी है उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर पंजाब में कोई खतरा नहीं था, उनके पास भाजपा के ही लोग पहुंचे थे।