देहरादून: राज्य के सफाईकर्मियों ने प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वर्ता के दौरान सरकार पर उनकी मांगों को लेकर अनदेखी करने का आरोप लगाया है। इस दौरान उत्तराखंड वाल्मीकि, स्वच्छकार संयुक्त मोर्चा ने उनके द्वारा अनेक प्रयासों के बावजूद भी समस्याओं का निराकरण न होने पर रोश प्रकट किया।
प़त्रकारों को संबोधित करते हुए मोर्चे के अध्यक्ष विशाल बिरला ने कहा कि चुनाव से पूर्व भाजपा ने संकल्प पत्र व घोषणा पत्र में सफाई कर्मियों के उत्थान के लिए बडे़ बडे़ वायदे किए थे। लेकिन सफाई का काम राज्य बनने के बाद 18 वर्षों से चली आ रही ठेकेदारी प्रथा आज भी जस की तस है। बिरला ने इसे सफाई कर्मीयों का उत्पीड़न बताया। कहा कि बार बार सरकार के संज्ञान में लाने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा सफाईकर्मी खून पसीना बहाकर काम कर रहे हैं।और ठेकेदार समय पर उचित पैसा न देकर आए दिन षड्यंन्त्र करते रहते हैं। बिरला ने यह भी कहा कि कोरोनाकाल में मृतक सफाईकर्मियों को मुख्यमंत्री सम्मान निधि 10 लाख रुपये देने की बात हुई, परंतु अभी तक किसी भी मृतक को यह निधि नहीं मिली है।
सफाई कर्मियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अपने घोषणा पत्र में किए हुए वादे सरकार पूर्ण नहीं करेगी तो शीघ्र ही बड़ा आन्दोलन किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी।