देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि युवाओं में अपने कार्य के प्रति जुनून होना चाहिए, अपने जीवन में उन्होंने जो भी संकल्प लिया है उसमें विकल्प न आने दें। सोमवार को सीएम धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन भेंट कक्ष में आयोजित यूथ केन लीड कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। जहाँ उन्होंने युवाओ को संबोधित करते हुए कहा कि संकल्प में विकल्प आने से भटकाव आने लगता है। लगातार चलने से निश्चित ही सफलता मिलती है। युवाओं को अपने कार्य क्षेत्र में दक्षता के साथ कार्य करना होगा, किसी की भी प्रतिभा को छिपाया नहीं जा सकता, मनुष्य नहीं उसका कार्य एवं व्यवहार बोलता है।
सीएम धामी ने कहा कि युवाओं को समाज की बेहतरी तथा समाज को दिशा देने का कार्य करना होगा। समाज सेवा एवं राष्ट्र निर्माण के लिये आप जो भी सेवा चुनें उसमें बेहतर कार्य करने का प्रयास करें तथा अपने कार्य एवं व्यवहार से नेतृत्व प्रदान करने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि जवानी और जिंदगानी बार बार मिलने वाली चीज नहीं है, इसलिए संकल्प के साथ अपना ध्येय बनाकर समाज को अपनी ऊर्जा से आलोकित करने का प्रयास करें। दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर युवा जो बनना चाहता है बन सकता है। उन्होंने स्वामी विवेकानन्द के वचनों का उदाहरण देते हुए कहा कि उठो जागो और तब तक नहीं रूको जब तक कि लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए। मनुष्य ऊर्जा शक्ति का भण्डार है। वह जो करना चाहे, लक्ष्य तय कर प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे युवा 21वीं सदी में भारत के सपनों को पूरा करने का कार्य करेंगे।
राज्य के समग्र विकास हेतु किये जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए सीएम ने कहा कि प्रदेश के समग्र विकास में हम सब सहभागी एवं सहयोगी है। प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप 2025 में उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो इसके लिये हम निरंतर प्रयासरत है। इसके तहत ही राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये होम स्टे योजना को बढ़ावा दिया जा रहा है। पर्यटन स्वरोजगार योजनाओं के अंतर्गत सब्सिडी बढ़ाई गई है। हवाई सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। इसके लिए एविएशन टर्वो फ्यूल पर 18 प्रतिशत वेट में छूट दी गई है। पीएम मोदी के मार्गदर्शन एवं केन्द्र सरकार के सहयोग से राज्य में ऐसे बहुत से काम हुए हैं, जो पहले नामुमकिन लग रहे थे। पीएम ने पहाड़ पर रेल पहुचाने के सपने को साकार किया है। आज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना तथा सामरिक दृष्टि एवं भौगोलिक दृष्टि से महत्वपूर्ण टनकपुर-बागेश्वर रेल परियोजना पर तेजी से काम हो रहा है। इसी प्रकार चार धाम ऑल वेदर रोड, भारत माला प्रोजेक्ट पर भी तीव्र गति से काम किया जा रहा है। चार धाम यात्रा उत्तराखण्ड के लिए लाइफ लाईन है और ये परियोजनाएं जहां चारधाम यात्रा को सुगम बनाएंगी, पर्यटन को बढ़ावा देगी वहीं हमारी अर्थव्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन भी लाएगी। दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस वे देहरादून से दिल्ली की दूरी को और कम करने वाला है।
इस अवसर पर सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि उत्तराखण्ड देव भूमि है। आदि शंकराचार्य ने कर्नाटक में श्रृंगेरी मठ तथा बद्रीनाथ व केदारनाथ में धर्म पुनरोत्थान का कार्य कर कर्नाटक और उत्तराखण्ड को जोड़ने का भी कार्य किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड वीर भूमि भी है। इंडियन मिलिट्री एकेडमी से पास आउट होने वाले सैन्य अफसरों में 10 प्रतिशत उत्तराखण्ड के होते हैं, जबकि राष्ट्रीय जनसंख्या में उत्तराखण्ड का औसत 1 प्रतिशत ही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की भूमि ने देश का पहला सीडीएस दिया है, इस अवसर पर उन्होंने दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत का भी स्मरण कर नमन किया।
सीएम धामी के कार्यों की सराहना करते हुए सूर्या ने कहा कि उन्होंने 5 माह में 5 वर्ष के बराबर कार्य किया है। वे युवा राजनीति के प्रेरणास्त्रोत बन गये हैं। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि उन्हें राजनीति का हिस्सा बनना होगा, अपने मताधिकार का प्रयोग करना होगा। यह जन सेवा का आधार भी है। युवा देश का भविष्य हैं, उन्हें देश के विकास में भागीदार बनना होगा।
सांसद तेजस्वी ने कहा कि पिछले सात साल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हर क्षेत्र में बदलाव आया है। हमारे धार्मिक आस्था के केन्द्रों के पुनरूद्धार के साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, हवाई सेवा, रेल, खेल हर क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है। देश की ज्वलंत समस्याओं का समाधान किया गया है चाहे वह धारा 370 हो या राम मंदिर का मसला हो या वन रैंक वन पेंशन का। युवाओं का रोजगार व स्वरोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के प्रयास किये गये हैं। नये उद्योग एवं निवेश के लिये अनुकूल वातावरण बनाया गया है। सूर्या ने उत्तराखण्ड के युवाओं से प्रदेश के विकास में भागीदार बनने की अपेक्षा करते हुए कहा कि स्वरोजगार की दिशा में अपना योगदान दें, इसके लिये राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनायें लागू की गयी हैं। उत्तराखण्ड में पर्यटन, साहसिक पर्यटन एवं धार्मिक पर्यटन की सम्भावनायें हैं। राज्य में अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर तेजी से कार्य हो रहा है, इसका लाभ निश्चित रूप से युवाओं को मिलेगा।