देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को लखनऊ में पर्वतीय महापरिषद लखनऊ द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर पर्वतीय महापरिषद लखनऊ के पदाधिकारियों, सदस्यों एवं प्रवासी प्रदेश वासियों ने बड़ी संख्या में महापरिषद के भवन में मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पर्वतीय महापरिषद लखनऊ द्वारा उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति, लोक संगीत, लोक नृत्य, धार्मिक पौराणिक सामाजिक रीति रिवाजों को जीवन्तता प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ विभिन्न सामाजिक कार्यों से भी जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि आज उत्तराखण्ड भले ही पृथक राज्य बना हो किन्तु हमारे संबंध उत्तर प्रदेश से बहुत गहरे जुड़े हैं। उन्होंने प्रवासी उत्तराखण्ड वासियों से उत्तर प्रदेश के साथ उत्तराखण्ड के विकास में भी सहयोगी बनने की अपेक्षा की, साथ ही सभी से अपनी जन्म भूमि से जुड़ाव रखने की भी अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ की भूमि से उनका बचपन से जुड़ाव रहा है, यहां से उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की है।
कहा कि उत्तराखण्ड के समग्र विकास के लिये हमारी सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। वर्ष 2025 में जब राज्य को 25 साल पूरे होंगे तब हमारा राज्य युवा राज्य होने के साथ ही देश का श्रेष्ठ, उत्कृष्ट एवं आदर्श राज्य बने, इस दिशा में हम वचनबद्ध एंव दृढ़ संकल्पित है। पिछले पांच वर्षो मे केन्द्र सरकार द्वारा लगभग एक लाख करोड की विभिन्न परियोजनायें प्रदेश के लिए स्वीकृत की गई हैं जिनमे बहुत सी परियोजनाओं पर काम हो गया है और अन्य पर काम तेजी से चल रहा है। उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड मे सड़क मार्गो का विकास किया जा रहा है वहीं पहाड़ मे रेल का सपना भी साकार होने जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास के प्रति विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेश में 50 लाख लोगों के उत्तराखण्ड अटल आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। अब तक 3.50 लाख लोगों ने इसका लाभ उठाने के साथ ही 460 करोड़ की धनराशि का भुगतान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव है। हाल ही में उन्होंने केदारनाथ में 400 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास तथा लोकार्पण किया है। केदारपुरी में अवस्थापना सुविधाओं का तेजी से विकास हो रहा है। शंकराचार्य जी की समाधि स्थल तथा भव्य मूर्ति का भी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अनावरण किया गया है। इसके साथ ही बदरीनाथ धाम का भी मास्टर प्लान तैयार किया गया है।