हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को जैन मन्दिर में जैनाचार्य, राष्ट्रसंत, विश्वरत्न सागर सूर्य जी महाराज से शिष्टाचार भेंट कर उनका आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत दिवस यहां श्वेताम्बर व पीताम्बर दोनो समुदाय के लोगों का जो मिलन कार्यक्रम आयोजित हुआ काफी अच्छी बात है। यह मिलन हमारी संस्कृति का सबको मिलाने का एक रूप है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम एवं श्रीकृष्ण ने भी सबको मिलाने का कार्य किया था, आज जैनाचार्य भी सबको मिलाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के लिए और अच्छा किस प्रकार से कार्य कर सकते हैं, इस संबंध में जैनाचार्य सागर सूर्य जी महाराज का आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन मिला है।
मुख्यमंत्री ने जैनाचार्य राष्ट्र संत विश्व रत्न सागर सूर्य जी महाराज से कहा कि मेरा यहां आना एक संयोग है, कल ही आपकी साधना पूरी हुई और आज अचानक आपके दर्शन का अवसर प्राप्त हो गया। मुख्यमंत्री ने जैनाचार्य सागर सूर्य जी महाराज से विगत दिवस प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की केदारनाथ यात्रा के सम्बन्ध में भी विस्तृत चर्चा की।
जैनाचार्य राष्ट्र संत विश्व रत्न सागर सूर्य जी महाराज ने मुख्यमंत्री को बताया कि वह कल तक 17 दिनों की मौन साधना में लीन थे, जो जैन धर्म की सबसे कठिन साधना है। उन्होंने इस मौके पर अपने गुरूजी गौतम स्वामी, जो सूर्य के स्वामी माने जाते हैं, के बारे में विस्तृत जानकारी से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
इससे पूर्व जैन मन्दिर परिसर पहुंचने पर मुख्यमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया तथा जैन मन्दिर के पदाधिकारियों द्वारा पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्र भेंट कर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया।
इसके पश्चात् मुख्यमत्री कनखल स्थित जगत गुरू आश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने जगतगुरू राजराजेश्वराश्रम से शिष्टाचार भेंट कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत, एस,पी. सिटी श्रीमती कमलेश उपाध्याय आदि उपस्थित थे।