देहरादून: गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए आज बंद कर दिए गये हैं। इस मौके पर रविवार सुबह दस बजे सुखमनी साहिब का पाठ प्रारम्भ हुआ। उसके बाद बारह बजकर पचास मिनट पर कीर्तन.अरदास, जयकारों की गूंज के साथ पंज प्यारों की अगुवाई व सेना के जवानों की देख रेख में गुरु ग्रन्थ साहिब को, सुखासन स्थान पर बैंड बाजों के साथ ले जाया गाया। अंतिम अरदास के मौके पर भरी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
श्री हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए आज पंज प्यारों की अगुवाई में अरदास और जयकारों की गूंज के साथ बंद कर दिये गये हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु गुरु ग्रन्थ साहिब को, सुखासन स्थान ले जाते हुए अंतिम अरदास में शामिल हुए।
श्री हेमकुंड साहिब प्रबंधन कमेटी के अनुसार इस वर्ष 18 सितंबर से यात्रा शुरू हुई थी। इस दौरान करीब ग्यारह हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किये। वहीं आज कपाट बंद होने के अवसर पर 18 सौ श्रद्धालु अंतिम अरदास का हिस्सा बने।
इस अवसर पर ट्रस्ट ने यात्रा के सफल संचालन में सभी के सहयोग के लिए शुक्राना अदा किया।