देहरादून, 9 नवंबर |
उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती (25वीं वर्षगांठ) के उपलक्ष्य में राजधानी देहरादून में तैयारियां जोरों पर हैं। इस विशेष अवसर पर भारतीय सेना की जांबाज महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल 9 नवंबर को झाझरा स्थित जनजातीय गुरुकुल दून संस्कृति विद्यालय में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी।
🌟 कर्नल सोफिया कुरैशी पहली बार देहरादून में
भारतीय सेना में अपनी विशिष्ट सेवा के लिए जानी जाने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी पहली बार देहरादून आ रही हैं। वह अपने जीवन के अनुभव और सैन्य सफर से जुड़ी प्रेरक बातें छात्रों के साथ साझा करेंगी।
कर्नल कुरैशी वह पहली भारतीय महिला अधिकारी हैं जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र मिशन “ऑपरेशन सिंदूर” में भारत का नेतृत्व किया था। उनके साहस और नेतृत्व की मिसाल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है।
🎓 जनजातीय गुरुकुल में छात्रों और कुलपतियों की मौजूदगी
जनजातीय गुरुकुल दून संस्कृति विद्यालय के निदेशक ऋत्विक विजय ने बताया कि इस कार्यक्रम में विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, शिक्षकगण और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में देशभक्ति, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता को प्रोत्साहित करना है।
“कर्नल सोफिया कुरैशी का आगमन हमारे लिए गर्व की बात है। उनका जीवन हर युवा के लिए प्रेरणा है,”
— ऋत्विक विजय, निदेशक, जनजातीय गुरुकुल
🌼 आनंदीबेन पटेल होंगी विशेष अतिथि
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगी। वह विद्यार्थियों को शिक्षा, नैतिक मूल्यों और महिला सशक्तिकरण पर संबोधित करेंगी।
उनकी उपस्थिति से कार्यक्रम को और अधिक गरिमा प्राप्त होगी।
🌺 रजत जयंती पर प्रेरणा और प्रोत्साहन का मंच
उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित यह समारोह न केवल शिक्षा और संस्कृति का संगम होगा, बल्कि महिला नेतृत्व और राष्ट्रसेवा का भी प्रतीक बनेगा।
कर्नल सोफिया कुरैशी और आनंदीबेन पटेल जैसी अग्रणी महिलाओं की भागीदारी से यह आयोजन विशेष रूप से प्रेरणादायक बनने जा रहा है।