देहरादून: बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के एक और आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है।
बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल शूटआउट कांड के 11 वें दिन प्रयागराज पुलिस ने यमुनानगर के कौंधियारा थाना इलाके में एक और बदमाश को मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस को सूचना मिली थी कि 50 हजार का इनामी और उमेश पाल एवं सरकारी गनर पर पहली गोली चलाने वाला विजय चौधरी उर्फ उस्मान कौंधियारा थाना इलाके में है।
पुलिस की टीम ने इलाके में तलाशी अभियान चलाया। इसी बीच, विजय उर्फ उस्मान का पुलिस से आमना सामना हो गया। इस पर पुलिस की टीम ने आरोपी शूटर को आत्मसमर्पण के लिए कहा, लेकिन विजय उर्फ उस्मान ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की।
गोली लगने से उस्मान घायल हो गया। उसे सुबह करीब साढ़े पांच बजे हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां से गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उस्मान को हायर सेंटर रेफर कर दिया।
इसके बाद 108 एंबुलेंस से करीब पौने आठ बजे मेडिकल कॉलेज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के ट्रामा सेंटर में लेकर पहुंचे। यहां पर डॉक्टर ने ईसीजी की और उपचार शुरू किया, लेकिन उस्मान ने दम तोड़ दिया। उसके बाद उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, एनकाउंटर में मारा गया शूटर विजय उर्फ उस्मान बेहद शातिर अपराधी था। अतीक अहमद गैंग में शामिल होने पर विजय को उस्मान नाम दिया गया था। बताया यह भी जा रहा है कि विजय ने धर्म परिवर्तन भी किया था।
बता दें कि विजय उर्फ उस्मान चौधरी ने ही उमेश और सरकारी गनर पर पहली गोली चलाई थी। गोली लगने के बाद गनर कुछ नहीं कर पाया था। घटना के बाद एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था। फुटेज में एक शख्स हाथ में पॉलीथीन लिए हुए फायरिंग करता हुआ दिखाई दे रहा है। इस बदमाश की फायरिंग से सरकारी गनर गिर गया था। इसी वजह से वह जवाबी कार्रवाई भी नहीं कर पाया था।