गोपेश्वर: व्यापारियों ने कोरोना महामारी में व्यापार प्रभावित होने पर तत्काल सरकार से आर्थिक पैकेज घोषित करने मांग करते हुए बस स्टेशन पर थाली बजाकर विरोध दर्ज किया। व्यापारियों ने कहा कि इस बार कोरोना कर्फ्यू और वर्ष 2020 में लॉकडाउन से व्यापार ठप पड़ा रहा। व्यापारियों ने भी सरकार के निर्णयों का स्वागत कर कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य किया, लेकिन अब व्यापारियों के सब्र का बांध टूटने लगा है।
गोपेश्वर में शुक्रवार को व्यापारियों ने ताली और थाली बजाकर सरकार को चेताया, व्यापारियों ने बैंक ऋण माफ करने, कोरोना काल का बिजली व पानी का बिल माफ करने की मांग उठाई है। चमोली, पीपलकोटी, जोशीमठ, कर्णप्रयाग, गौचर, पोखरी, गैरसैंण, नारायणबगड़, थराली, देवाल, नंदप्रयाग, घाट व अन्य छोटे कस्बों में व्यापारी अब अपने व्यवसाय शुरू करने के गोपेश्वर में व्यापारियों ने मुख्य बाजार से लेकर मंदिर गेट तक लाइन लगाकर व्यापारी एकता जिंदाबाद और हमारी मांगें पूरी करो के नारे लगाए। व्यापार संघ अध्यक्ष अंकोला पुरोहित ने कहा कि कोरोना महामारी ने सबसे अधिक व्यापारियों को झकझोर कर रख दिया है। व्यापारी अपने को अब ठगा सा महसूस कर रहा है।
अब आगे अधिक समय तक अपने व्यापार को बंद नहीं रख सकते हैं। उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि आठ जून के बाद बाजार को चरणबद्घ तरीके से खोल दिया जाए। इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का भी पूरा पालन किया गया। व्यापारियों ने सामाजिक दूरी बनाकर अपना आंदोलन चलाया।
व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई सरकार की ओर से नहीं की गई तो आंदोलन को तज कर दिया जाएगा। इधर, बदरीनाथ हाईवे पर चमोली बाजार में भी व्यापारियों ने प्रदर्शन कर सरकार को चेताया। लिए आमादा हैं। व्यापारियों ने एक स्वर में कहा कि सरकार को व्यापारियों की सुध लेने की आवश्यकता है।