-नेतृत्व में कार्य, भूमिका और उत्तरदायित्व को समझें: राज्यपाल
देहरादून: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शनिवार को सेंट जोसेफ एकेडमी के अलंकरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। उन्होंने युवा छात्रों को नेतृत्व का पद सभालने और स्कूल द्वारा उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारियों को निर्वहन करने हेतु बैच पहनाए। स्कूल के प्रधानाचार्य जैयासीलन ने नेतृत्व पद संभालने वाले छात्र-छात्राओं को शपथ दिलाई।
इस अवसर पर राज्यपाल ने सभी बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारियों का निर्वहन पूर्ण तत्परता के साथ करने को कहा। उन्होंने कहा कि आज के छात्र भविष्य के लिए देश व समाज का नेतृत्व करेंगे। राज्यपाल ने कहा कि नेतृत्व में कार्य, भूमिका और उत्तरदायित्व को समझें। उन्होंने कहा कि आपको न केवल अपने व स्कूल के लिए कार्य करना है बल्कि समाज व देश के लिए भी अपना पूर्ण योगदान दें।
छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि समाज व देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी को अवश्य समझें। वर्तमान के छात्र भी हमारे देश का भविष्य हैं। उन्होंने कहा कि हमेशा सकारात्मकता की ओर अग्रसर हों और दूसरों की सदैव सहायता करना सीखें। राज्यपाल ने बच्चों को सादगी, दया, विनम्रता जैसे गुणों को सदैव अपनाने को कहा। उन्होंने कहा कि हमेशा लक्ष्य ऊंचा रखें और उसे प्राप्त करने के लिए कडी मेहनत करें।
राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें अपने नैतिक मूल्यों को कभी नहीं छोड़ना चाहिए। नैतिक मूल्य हमें एक आदर्श व्यक्तित्व बनाते हैं। उन्होंने कहा कि गुरूओं का हमेशा सम्मान करें। माता-पिता केवल जन्म देते हैं गुरू हमें सीखाते हैं और आत्मविश्वास प्रदान कर भविष्य के नेतृत्व के लिए तैयार करते हैं।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्कूल से पढ़े अनेक छात्र देश एवं विदेश में अपना परिचम लहरा रहें हैं इसके लिए स्कूल को बधाई दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में स्कूल द्वारा उच्च मानक स्थापित किए हैं। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने प्रधानाचार्य जैयासीलन और ब्रदर जे.सी.कैरल को नैनो तकनीकी से डिजाइन की गई बाइबल भेंट की। समारोह में स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस दौरान उन्होंने अपना कार्यकाल पूर्ण करने वाले शिक्षकों व पूर्व शिक्षकों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में स्कूल के शिक्षक, अभिभावक व अन्य लोग उपस्थित रहे।