देहरादून: मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इस साल सर्दी के दिनों में 20 से 30 दिनों तक का इजाफा हो सकता है। यह असर उत्तराखंड समेत पूरे हिमालयी क्षेत्र में दिखाई देगा। इस बार अन्य सालों की तुलना में 15 फरवरी तक कड़ाके की ठंड पड़ने की पूरी संभावना है। वहीं मैदानी इलाकों में जाड़े का असर मार्च माह के शुरुआती सप्ताह तक रह सकता है। जबकि पहाड़ी इलाकों पर मार्च में बर्फबारी की पूरी संभावना जताई जा रही है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि इस बार जनवरी माह में मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक गिरा। जो कि बीते 10 सालों का रिकॉर्ड सबसे कम अधिकतम तापमान है। पहाड़ों में इस बार भारी मात्रा में बर्फबारी हुई है, जो अब भी जारी है।
उन्होंने बताया कि पिछले दो दशकों में मैदानी इलाकों में लगभग 15 फरवरी से तेज धूप पड़नी शुरू हो जाती थी, जिससे गर्मी महसूस होने लगती थी। मगर इस बार जाड़े का मौसम मार्च के पहले सप्ताह तक जारी रहेगा। अभी पहाड़ों में अधिक मात्रा में बर्फबारी हो रही है। बर्फ गलने के बाद मैदानों में बर्फीली हवाओं से ठंड बढ़ेगी। यही नहीं रात को चलने वाली पश्चिमी शुष्क हवाएं भी मैदानी इलाकों में गलन बढ़ाएंगी। जिसके चलते ठंड में 20 से 30 दिनों तक का इजाफा होगा।