देहरादून : उत्तराखंड में तापमान बढ़ने के साथ ही जंगल में आग लगने के मामले भी बढ़ते हुए नजर आ रहे है। सरला छानी के निकट छावनी परिषद के जंगल में लगी भीषण आग बीस घंटे के बाद भी काबू नहीं हो सकी है। मंगलवार को आग के बड़े क्षेत्र में फैल जाने पर एसडीआरएफ और सेना के जवानों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया I लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका है।
जिस जंगल में आग लगी है, उसके ऊपर सेना की एक यूनिट है। इसलिए सेना के जवान भी एसडीआरएफ के साथ आग पर काबू पाने के लिए उतर गए। सेना अपने पानी के टैंकरों और फायर फाइटिंग उपकरणों से आग बुझाने का प्रयास कर रही है। कैंट बोर्ड के प्रभारी रेंजर अमित साहू का कहना है कि रात से ही कैंट कर्मी, एसडीआरएफ, वन कर्मी, सेना के जवान और स्थानीय निवासी आग बुझाने में लगे हैं।
आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। कितना नुकसान हुआ है अभी बता पाना संभव नहीं है। उधर, मंगलवार को राज्य में इसी सीजन में जंगलों में आग लगने की सबसे ज्यादा 124 घटनाएं हुईं है। जिसमें 252 हेक्टेयर जंगल जल गए। वन विभाग के मुताबिक मंगलवार को गढ़वाल में 58 और कुमाऊं में 61 और वन्यजीव संरक्षित क्षेत्रों में पांच स्थानों में आग लगी।
जिसमें 231 हेक्टेयर आरक्षित और 21 हेक्टेयर सिविल और वन पंचायत के जंगल जले। जबकि कुमाऊं में एक व्यक्ति घायल हुआ। इसके साथ ही अब तक प्रदेश में 1871 हेक्टेयर जंगल जल चुके हैं।