-सरकार से की फैसले पर पुनर्विचार की मांग
-बोली एक लाख लोगों को मिल रहा था रोजगार
ऋषिकेश: इन दिनों स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं सरकार के खिलाफ सड़कों पर हैं। दरअसल सरकार ने स्वयं सहायता समूहों से ‘टेक होम राशन’ का कार्य वापस लेने का निर्णय लिया है। सरकार के इस फैसले पर पुनर्विचार और रोक लगाने के लिए अब यमकेश्वर विधायक ऋतु खंडूड़ी भी स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के साथ खड़ी हो गई हैं।
बता दें, उत्तराखंड में स्वयं सहायता समूह के माध्यम से टेक होम राशन के कार्य में प्रदेश की लगभग 40 हजार महिलाएं सीधी तौर पर जुड़ी हुई हैं। इन 40 हजार महिलाओं के साथ-साथ लगभग एक लाख से अधिक लोगों को सीधे तौर पर इसका फायदा मिल रहा है, लेकिन सरकार ने टेक होम राशन का कार्य स्वयं सहायता समूह से वापस लेकर मल्टीनेशनल कंपनी को देने का निर्णय लिया है। इसके लिए सरकार बाकायदा टेंडरिंग प्रक्रिया भी अपना रही है।
इसी बात को लेकर स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर गई हैं। बीते रोज महिलाओं ने महिला कल्याण निदेशालय के बाहर प्रदर्शन किया था। वहीं, 2 महिलाओं ने सरकार के द्वारा मिले तीलू रौतेली पुरस्कार को भी वापस लौटा दिया था।
मामले को बढ़ता देख यमकेश्वर विधायक व भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भी स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के साथ खड़ी हो गई हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इस फैसले को वापस लेने के लिए कहा जाएगा। टेक होम राशन का कार्य स्वयं सहायता समूहों को ही मिलना चाहिए। आने वाले विधानसभा सत्र में भी वह इस बात को रखेंगी।
-क्या है पूरा मामला
टेक होम राशन की देख रेख प्रदेश में महिला स्वयं सहायता समूह करते थे लेकिन सरकार ने इसका करीब 560 करोड़ का टेण्डर निकाला है। जिसका असर महिला स्वयं सहायता समूहों पर पड़ रहा है। इसको लेकर स्वयं सहायता समूह पहली स्थिती बहाल करने की मांग कर रहे है। जिसमें विपक्ष सरकार पर घोटाले का आरोप लगा रहा है। इसको लेकर विपक्ष व सरकार आपने सामने आ गए हैं।