देहरादून: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने राजभवन में विद्यालयी शिक्षा विभाग के कंटिन्युड लर्निंग एक्सेस प्रोजेक्ट (क्लैप) का शुभारंभ किया। साथ ही उन्होंने इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत सचल ई-लर्निंग वाहन का फ्लैग ऑफ किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि एनसीईआरटी के विशेष प्रयासों से ई-कंटेट युक्त डिजिटल वाहन बच्चों को नवीन शिक्षण विधाओं और पाठ्यचर्चा से परिचित कराने में उपयोगी साबित होगा।
उन्होंने कहा कि यह वाहन तकनीकी के माध्यम से ज्ञान की ज्योति दूरस्थ क्षेत्रों के छात्रों तक पहुंचाएगा। ई-एजुकेशन वाहन प्रदेश के दूरस्थ विद्यालयों में भ्रमण कर अपने शैक्षिक उद्देश्यों को प्राप्त कराने में सहायता प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि यह प्रयास किया जाए कि इस तरह के ई-लर्निंग वाहन हमारे प्रत्येक ब्लॉक में हों।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में अनेक कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में गत वर्ष प्रदेश की रैंकिंग 35वें पायदान पर थी, जो इस वर्ष 17वें पायदान पर पंहुच गई है।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास प्रदेश को टॉप 10 रैंकिंग में लाने का है। उन्होंने इस प्रोजेक्ट में सहयोग करने वाले सभी स्टेकहोल्डर का धन्यवाद किया।
बता दें, शिक्षा विभाग की ओर से एनसीईआरटी के मार्गदर्शन और कंप्यूटर निर्माता कंपनी एचपी के सहयोग से क्लैप तैयार किया गया है। इस सचल ई-लर्निंग वाहन में इंटरनेट युक्त 120 लैपटॉप हैं, जिसमें शिक्षण सामग्री संरक्षित है।
यह वाहन सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों के राजकीय विद्यालयों में प्राथमिक से कक्षा-12 तक के विद्यार्थियों को ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड़ में ‘डिजिटल सामग्री’ उपलब्ध कराएगा।