देहरादून: रुद्रपुर पुलिस लाइन में तैनात मानसिक रूप से अस्वस्थ चल रहे सिपाही ने दुपट्टे से फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। उसका शव कमरे के अंदर पंखे से लटका मिला।
छड़ायल हल्द्वानी निवासी 30 वर्षीय उमेश चंद्र 2011 बैच का सिपाही था। वर्तमान में उसकी पोस्टिंग रुद्रपुर पुलिस लाइन में थी। आरटीओ पुलिस चौकी इंचार्ज संजीत राठौर ने बताया कि उमेश 30 नवंबर से अनुपस्थित था। स्वजनों के मुताबिक उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं चल रही थी। शनिवार को खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में सोने के लिए चला गया था। करीब ढाई बजे उसका भाई कमरे में देखने गया तो उमेश ठीक था लेकिन सुबह पांच बजे उमेश पंखे से लटका पाया गया। सूचना मिलते ही चौकी इंचार्ज पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुँच गए और शव को फंदे से उतारकर अस्पताल भेज दिया। जहां डाक्टर ने सिपाही को मृत घोषित कर दिया।
सिपाही उमेश का विवाह नौ महीने पहले ही हुआ था। उसकी पत्नी अपने मायके अल्मोड़ा में एक स्कूल में अध्यापिका के तौर पर काम करती है। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि अप्रैल में विवाह के बाद उसने 30 नवंबर तक ड्यूटी जॉईन की। इसके बाद उसकी तबीयत लगातार बिगड़ने होने लगी। जिसके चलते वह आगे ड्यूटी पर नहीं जा सका। स्वजनों की ओर से उसका इलाज भी कराया जा रहा था।
इससे पूर्व भी सिपाहियों कि आत्महत्या क़ी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। द्वाराहाट अल्मोड़ा व हाल छड़ायल नयाबाद निवासी मुकेश जोशी ने पारिवारिक तनाव के चलते सात जुलाई को फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दी थी। वहीं, भोटिया पड़ाव पुलिस चौकी में तैनात, अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर निवासी सिपाही दिलीप बोरा ने बैरक में 19 अगस्त को फांसी का फंदा लगा लिया था। गोलापर हल्द्वानी निवासी समीर भंडारी पुत्र कृष्णा भंडारी यहां पुलिस लाइन में तैनात थे। सोमवार की सुबह वह ड्यूटी नहीं गए। शाम को घर आए तो कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर लिया। शाम करीब 7:30 बजे पत्नी जब छत पर गई तो फंदे के सहारे समीर लटका हुआ था। एसपी सिटी ममता वोहरा ने बताया कि समीर 2006 बैच का है।