केरल में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की प्रक्रिया आज यानी गुरुवार आधी रात तक पूरी हो जाएगी। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) रतन यू. केलकर ने बताया कि एसआईआर कार्य पूरा होने के बाद 23 दिसंबर को ड्राफ्ट मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। उन्होंने साफ किया कि यह अंतिम मतदाता सूची नहीं होगी और इस पर दावे और आपत्तियां दर्ज कराने का पूरा अवसर दिया जाएगा।
मुख्य चुनाव अधिकारी के अनुसार, एसआईआर के दौरान राज्य में कुल 24.81 लाख मतदाताओं को विभिन्न कारणों से अज्ञात श्रेणी में रखा गया है। इनमें 6.49 लाख मृत मतदाता, 6.89 लाख अज्ञात मतदाता, 8.21 लाख स्थानांतरित मतदाता, 1.34 लाख डुप्लिकेट प्रविष्टियां और अन्य श्रेणियों में 1.86 लाख मतदाता शामिल हैं।
बीएलओ और राजनीतिक दलों को दी गई सूची
सीईओ रतन केलकर ने बताया कि अज्ञात श्रेणी में रखे गए मतदाताओं की सूची बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) और सभी राजनीतिक दलों को सौंप दी गई है। यदि इनमें से किसी मतदाता का पता आज आधी रात से पहले सत्यापित हो जाता है, तो उसका नाम ड्राफ्ट मतदाता सूची में जोड़ लिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विदेश में रहने वाले मतदाता फॉर्म-6 के जरिए अपना नाम मतदाता सूची में शामिल कराने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
फॉर्म-6 से 2.92 लाख आवेदन
मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि एसआईआर की एक महीने की जांच अवधि के दौरान मतदाता दावे और आपत्तियां दर्ज करा सकेंगे, जिन पर नियमानुसार सुनवाई भी की जाएगी। अब तक 2.92 लाख लोगों ने फॉर्म-6 के माध्यम से आवेदन किया है और ड्राफ्ट सूची के प्रकाशन से पहले इन आवेदनों पर कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि ड्राफ्ट मतदाता सूची के प्रकाशन की तैयारियां शुक्रवार से शुरू होकर करीब पांच दिनों तक चलेंगी।
21 फरवरी 2026 को आएगी अंतिम मतदाता सूची
ड्राफ्ट सूची जारी होने के बाद नए मतदाताओं को जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन अधिकारी (ईआरओ) के निर्णय से असंतुष्ट होता है, तो वह अपील भी कर सकेगा।
सीईओ ने बताया कि अंतिम मतदाता सूची 21 फरवरी, 2026 को प्रकाशित की जाएगी। मतदान प्रक्रिया को सुचारु बनाने के लिए प्रत्येक पोलिंग स्टेशन पर मतदाताओं की संख्या 1,700 तक सीमित रखी जाएगी और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त पोलिंग स्टेशन भी बनाए जाएंगे।
अफवाहों पर सख्ती, साइबर पुलिस को सूचना
मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा कि सोशल मीडिया पर ड्राफ्ट मतदाता सूची को अंतिम सूची बताकर भ्रामक सूचनाएं फैलाई जा रही हैं, जो पूरी तरह गलत हैं। इस मामले की जानकारी साइबर पुलिस को दे दी गई है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।