रुड़क: भगवानपुर के सरठेडी गांव में एक ग्रामीण ने अपने नाबालिग पुत्र के साथ जहरीले पदार्थ का सेवन कर मौत को गले लगा लिया।पुलिस ने शव को कब्जे में लिया है। बताया जा रहा है कि दो सप्ताह पहले ग्रामीण की पत्नी की हार्टअटैक से मौत हो गई थी। इसी बात से वह परेशान था। आत्महत्या को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही। फिल्हाल दोनों मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
भगवानपुर थाना क्षेत्र के सरठेडी गांव निवासी जोगिंदर (40) दिव्यांग था, वह हलवाई का काम करता था। करीब 15 दिन पहले जोगेंद्र की पत्नी को हार्ट अटैक आ गया था। इसी दौरान उसकी मौत हो गई थी। पत्नी की मौत के बाद से जोगेंद्र और उसका बेटा शिवम (15) काफी दुखी थे।
शनिवार देर शाम जोगेंद्र ने अपने बेटे शिवम को घर में रखे कीटनाशक देने के साथ बाद उसने खुद भी कीटनाशक का सेवन कर लिया। जिसके बाद दोनों की तबीयत बिगड़ गई। इसी बीच परिवार के कुछ लोगों को जब इसका पता चला तो उनके होश उड़ गए। आनन-फानन में परिजन दोनों को रुड़की के एक निजी अस्पताल में ले गये। जहां पर शनिवार देर रात उपचार के दौरान पिता-पुत्र की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर भगवानपुर थाना पुलिस ने दोनों का शव को कब्जे में ले लिया है
भगवानपुर थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव रौथान ने बताया कि दो सप्ताह पहले जोगिंदर की पत्नी की मौत हो गई थी। इसी बात से वह काफी परेशान था। उन्होंने आशंका जताई है कि इसके चलते ही उसने अपने बेटे के साथ मिलकर जहरीले पदार्थ का सेवन किया है। वहीं मृतक के परिवार के लोग भी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं।