देहरादून।
उत्तराखंड राज्य की स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित रजत जयंती समारोह को लेकर राजधानी देहरादून में तैयारियां ज़ोरों पर हैं। इसी क्रम में 9 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के मद्देनज़र सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं।
मुख्य समारोह फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट (FRI) के भव्य परिसर में आयोजित किया जाएगा, जहां पुलिस और प्रशासन ने उच्च स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था (High Security Plan) लागू कर दी है।
किसी भी व्यक्ति को बिना जांच कार्यक्रम स्थल में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी, जबकि पूरे क्षेत्र में ड्रोन कैमरे उड़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
एडीजी इंटेलिजेंस ने दिए सुरक्षा के कड़े निर्देश
रेसकोर्स पुलिस लाइन में आयोजित सुरक्षा ब्रीफिंग में एडीजी इंटेलिजेंस अभिनव कुमार ने पुलिस अधिकारियों और जवानों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान किसी भी स्तर पर सुरक्षा चूक की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।
केवल अधिकृत व्यक्तियों और उनके वाहनों को ही, जांच के बाद एफआरआई परिसर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
एडीजी ने स्पष्ट किया कि हर सुरक्षाकर्मी को अपनी जिम्मेदारी पूर्ण सतर्कता के साथ निभानी होगी, क्योंकि यह कार्यक्रम राज्य के लिए ऐतिहासिक महत्व का है।
ड्रोन कैमरों पर पूर्ण प्रतिबंध, आसमान से ज़मीन तक निगरानी
अभिनव कुमार ने बताया कि 9 नवंबर को एफआरआई और उसके आसपास के क्षेत्र में किसी भी प्रकार की ड्रोन उड़ान पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी।
उन्होंने चेतावनी दी कि अनधिकृत ड्रोन उड़ाने को सुरक्षा उल्लंघन माना जाएगा और संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही, उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आसपास के ऊंचे भवनों, पानी की टंकियों और संवेदनशील इलाकों की जांच बीडीएस (Bomb Disposal Squad) और डॉग स्क्वॉड टीमों से कराई जाए।
यह सुनिश्चित किया जाए कि समारोह स्थल के आसपास किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि या वस्तु न हो।
वीवीआईपी सुरक्षा में कोई लापरवाही नहीं
एडीजी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि प्रधानमंत्री से मिलने वाले सभी व्यक्तियों पर सुरक्षा के हर पहलू से कड़ी निगरानी रखी जाए।
आम जनता के प्रवेश और निकास के लिए निर्धारित गेटों पर जांच की सघन प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
किसी को भी कार्यक्रम स्थल पर कोई भी बैग, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या अन्य सामान ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
भीड़ प्रबंधन और ट्रैफिक नियंत्रण की विशेष योजना
सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ भीड़ प्रबंधन पर भी खास ध्यान दिया गया है।
एडीजी ने बताया कि कार्यक्रम समाप्ति के बाद भीड़ के सुरक्षित निकास के लिए पर्याप्त पुलिस बल पहले से तैनात रहेगा।
सभी अधिकारी और कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर निर्धारित समय से कम से कम तीन घंटे पहले उपस्थित रहेंगे।
इसके अतिरिक्त, वीवीआईपी मार्ग का पूर्व निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि रूट पर कोई अवरोध, निर्माण सामग्री या सुरक्षा जोखिम मौजूद न हो।