देहरादून: राज्य आंदोलनकारियों का 10 % क्षैतिज आरक्षण की माँग को लेकर आज चौथे दिन भी उपवास जारी रहा। बुधवार को राज्य आंदोलनकारियों ने सरकार के रवैये से क्षुब्ध होकर 1 जनवरी को आत्मदाह करने का नोटिस दिया था। इससे आक्रोशित होकर बड़ी संख्या में राज्य आंदोलनकारी आज शहीद स्मारक पहुंच गए।जहाँ राज्य आंदोलनकारियों ने एक सभा की।
इस अवसर पर पीड़ित राज्य आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष क्रान्ति कुकरेती ने कहा कि हम केवल समस्या नहीं बता रहे हैं, बल्कि उसका निदान भी बता रहे हैं तो फिर सरकार हमारे साथ न्याय क्यों नहीं कर रही है?
कहा कि क्या सरकार सच में चाहती है कि 1443 कार्मिक सड़क पर आ जायें? उनियाल ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य आंदोलनकारियों को आज अपनी जान की बाजी लगानी पड़ रही है।
वेद प्रकाश शर्मा ने कहा कि हम हर हाल में सरकार से राज्य आंदोलनकारियों के अधिकार ले कर रहेंगे।
आज उपवास पर देव नौटियाल, वीरेन्द्र रावत,सूर्यकांत बमराडा, अम्बुज शर्मा मनोज कुमार और राम किशन बैठे।उनके समर्थन में मुख्य रूप से प्रभा नैथानी, प्रभात डंडरियाल, रविन्द्र प्रधान, सत्या पोखरियाल, निर्मला बिष्ट, वेदानंद कोठारी, महिपाल सिंह नेगी, धर्मानन्द भट्ट, सुलोचना भट्ट, जगमोहन सिंह नेगी, आशा नौटियाल, पुष्पा बहुगुणा, गम्भीर सिंह मेवाड़, लक्ष्मी मलासी उपस्थित रहे। सभा का संचालन विक्रम भंडारी ने किया।