देवेंद्र बुड़ाकोटी
देहरादून: मेघालाया की महिला चीफ सेक्रेटरी रिबेक्का सुचियांग का उत्तराखंड से बड़ा खास रिस्ता है। भरतीय परंपरा की दृष्टि से देखा जाय तो उनका उत्तराखंड से रिस्ता नहीं बल्कि वह उत्तराखंड की ही महिला हैं। क्योंकि रिबेक्का मेघालाया की बेटी हैं तो वहीं वह उत्तराखंड की बहू भी हैं। भारतीय विवाह पद्धति के अनुसार उत्तराखंड की बहू होने के नाते उन्हें यहां की महिला होने का अधिकार प्राप्त है।
मेघालाया की महिला चीफ सेक्रेटरी रिबेक्का सुचियांग का विवाह उत्तराखंड के दिनेश जुयाल से हुआ है। दिनेश भारतीय रेवेन्यू सेवा मे वरिष्ठ अधिकारी के पद पर हैं। दिनेश जुयाल मूल रूप से कॉलिंडा गांव, थैलीसैंण ब्लॉक, पौड़ी गढ़वाल के है। उनके पिता का नाम कर्नल चंडी प्रसाद जुयाल है। जो अब इस दुनियां में नहीं हैं।
कर्नल चंडी प्रसाद के छोटे भाई प्रोफेसर पदमा दत्त जुयाल भी पूर्व में कुमंउं यूनिवर्सिटी अल्मोड़ा में एचओडी और डीन एजुकेशन फैकल्टी के पद पर रहे हैं। जो अब सेवानिवृत्ति के बाद देहरादून मे रहते हैं।
मेघालया की बेटी और उत्तराखंड की बहू रिबेक्का वैनेसा सुचियांग1989 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी हैं। जिन्हें अब मेघालय का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। वह राज्य की पहली मूल महिला हैं जो यहां की नौकरशाही का नेतृत्व कर रही हैं। इससे पूर्व पीपी त्रिवेदी 80 के दशक के अंत में मेघालय की पहली महिला मुख्य सचिव थीं। परंतु वह यहां की मूल नहीं थी।
सुचियांग इससे पहले राज्य के गृह, वित्त, कार्मिक जैसे विभागों में सेवा दे चुकी हैं। राज्य की मुख्य सचिव नियुक्त होने पर रिबेक्का ने कहा कि वह प्रतिष्ठित पद पाने वाली पहली खासी महिला बनकर सम्मानित महसूस करती हैं।