Manipur: राहत कैंपों से घर जाने निकले विस्थापितों की सुरक्षा बलों से झड़प, इंफाल में हालात तनावपूर्ण
मणिपुर की राजधानी इंफाल में सोमवार को राहत कैंपों में रह रहे अंदरूनी तौर पर विस्थापित लोगों (IDPs) और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हो गई। विस्थापित लोग अपने पैतृक गांवों की ओर लौटने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया, जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया।
इंफाल पूर्व जिले में भड़का तनाव
यह घटना इंफाल पूर्व जिले के पुंखाओ और डोलैथाबी डैम के पास हुई।
इकोउ, डोलैथाबी और येंगखुमन क्षेत्रों के विस्थापित सोमवार सुबह राहत कैंपों से अपने घरों की ओर बढ़ने लगे थे। संवेदनशील इलाकों में प्रवेश से पहले ही सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक लिया। भीड़ द्वारा विरोध जताने पर स्थिति बिगड़ गई और झड़प की नौबत आ गई।
संगाई महोत्सव के बीच तेज हुआ आंदोलन
विस्थापितों ने आरोप लगाया कि राज्य में संगाई महोत्सव का आयोजन सरकार द्वारा हालात को सामान्य बताने का संकेत है। ऐसे में उन्हें भी घर लौटने दिया जाना चाहिए।
एक प्रदर्शनकारी एस. कुमारजीत मीतै ने कहा—
“हममें से कई किसान हैं। घर छोड़ने के बाद आजीविका छिन गई है। अगर हालात सामान्य हैं, तो हमें घर जाने से क्यों रोका जा रहा है?”
स्थिति काबू में लाने के लिए आंसू गैस का प्रयोग
जब कुछ प्रदर्शनकारी संवेदनशील पहाड़ी क्षेत्रों की ओर बढ़ने लगे, तो सुरक्षा बलों ने भीड़ को रोकने और तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
ये क्षेत्र कांगपोकपी जिले से सटे हैं, जहां 2023 में जातीय हिंसा हुई थी।
260 से अधिक मौतें, हजारों लोग अब भी राहत कैंपों में
मणिपुर में मई 2023 से मैतेई और कुकी-जो समुदायों के बीच चल रहे जातीय संघर्ष में 260 से अधिक मौतें हुई थीं। हजारों परिवार आज भी अपने घरों से दूर रह रहे हैं।
सुरक्षा बढ़ाई गई, स्थिति पर नजर
झड़प के बाद इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है, वहीं विस्थापित परिवार घर वापसी की अनुमति की मांग पर अड़े हुए हैं।