महाराष्ट्र/नागपुरः महाराष्ट्र के नागपुर में एक नाबालिग के साथ सांमुहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि पारिवारिक झगड़े के बाद नाबालिग लड़की गुस्से में घर छोड़कर निकल गई थी। जिसके बाद अकेली लड़की को देख बदमाशों ने अलग अलग स्थानों पर लेजाकर उसके साथ सामुहिक दुष्कर्म किया। नागपुर रेलवे स्टेशन पर जीआरपी के अधिकारियों के पूछताछ करने पर नाबालिग ने आप बीती बताई। आरोपियों में से चार आटोरिक्शा चालक शामिल हैं। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अनुसूचित जाति से ताल्लुक़ रखने वाली लड़की का घर में भाभी से झगड़ा हो गया था। इसके बाद वह घर छोड़कर निकल गई। इसके बाद उसके एक दोस्त ने उसे अपने ऑटोरिक्शा से लोहापुल इलाके में छोड़ दिया, जहां वह एक ऑटोरिक्शा चालक से मिली, जिसकी पहचान बाद में शाहनवाज उर्फ़ सना मोहम्मद राशिद के रूप में हुई।
पुलिस ने दर्ज की गई प्राथमिकी के आधार पर बताया कि लड़की ने शाहनवाज से पैसे और आश्रय की मदद मांगी इस पर वह मदद देने के बहाने उसे अपने ऑटोरिक्शा में बिठाकर एक अवैध शराब की दुकान पर लेकर गया, जहां उसने शराब पी और लड़की को भी पीने को मजबूर किया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसके बाद वह उसे तिमकी में दो लोगों के किराये के घर में ले गया जो नागपुर रेलवे स्टेशन पर लोडर ;सामान चढ़ाने.उतारने का काम करते हैं। वहां लड़की से शाहनवाज, उसके दोस्त तौशीफ मोहम्मद यूसुफ और दो अन्य ने कथित तौर पर उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद शाहनवाज़ ने लड़की को मायो अस्पताल चौराहे पर छोड़ दिया।
प्राथमिकी के आधार पर बताया कि शाहनवाज़ के जाने के बाद दो अन्य ऑटोरिक्शा चालक लड़की को जबरन अपने वाहन में ले गए और उसके साथ दुष्कर्म किया।
इस सब के बाद नागपुर रेलवे स्टेशन पर जीआरपी ने लड़की को देखा और संदेह होने पर उससे पूछताछ की, तो लड़की ने उन्हें खुद के साथ हुई घटना बताई। जिसके बाद जीआरपी ने लड़की को विश्वास में लेकर उसे बाल देखभाल केंद्र को सौंप दिया। जीआरपी ने रविवार को शाहनवाज, यूसुफ़ और मोहम्मद मुशीर को गिरफ्तार कर लिया है। ये सभी मोमीनपुरा के रहने वाले हैं। इन्हें सीताबुल्दी पुलिस थाने को सौंप दिया गयाहै। जबकि तीन आरोपी अभी फ़रार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।