देहरादून: राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के टिकट को लेकर जद्दोजहद जरी हैI वहीं अब जबकि चुनाव की तारीख में एक माह से भी कम समय रह गया है, तब प्रदेश में सत्तारुड पार्टी भाजपा में करीब 50 नामों पर सहमति बन पाई है। जिसको लेकर अब रविवार को नई दिल्ली में बैठक होगी, जिसमें उत्तराखंड से नामों के पैनल पर विचार किया जायेगा।बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहेंगे व राज्य से प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार शामिल होंगेI
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के मुताबिक, सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए नामों के पैनल तैयार कर लिए गए हैं। कुछ सीटों को छोड़ अधिकतर सीटों पर दो-तीन नाम हैं।
बीते शनिवार को प्रदेश पार्टी कार्यालय में हुई बैठक में कोर ग्रुप ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को नामों पर सहमति बनाने के लिए अधिकृत किए। इसके बाद हुई प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में नामों के पैनल तैयार किए गए।
यह भी तय किया गया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा विधानसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। बैठक के बाद उन्होंने मीडिया कर्मियों को यह जानकारी दी। हालांकि धामी पूर्व में भी साफ कर चुके हैं कि उनका पहला और आखिरी प्यार खटीमा विधानसभा सीट ही है। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का भी हरिद्वार शहर सीट से टिकट तय है। भाजपा में करीब 20 विधानसभा सीटों पर सहमति नहीं बन पाई है। प्रदेश चुनाव समिति ने इस सीटों पर नामों का पैनल तो बना लिया है और लेकिन उस पर सहमति और निर्णय केंद्रीय नेतृत्व पर छोड़ा है।
शनिवार को चुनाव समिति की बैठक के बाद पार्टी ने सभी 70 विधानसभा सीटों पर नामों के पैनल तैयार कर लिए हैं, जिन्हें केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जाएगा। सोमवार को केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में उत्तराखंड से भेजे गए पैनलों पर विचार के बाद प्रत्याशियों की घोषणा हो सकती है। पार्टी सूत्रों का मानना है कि कुछ विधानसभा सीटों पर संगठन को बगावत और असंतोष का अंदेशा है। इसलिए पार्टी ने इस खतरे से निपटने के लिए पहले से ही रणनीति बनाई है।
वैसे तो भाजपा प्रत्याशियों के नामों पर अंतिम मुहर दिल्ली से लगेगी, लेकिन माना जा रहा है कि भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में हर सीट पर जो तीन नाम भेजे जाएंगे, उनमें सबसे ऊपर वाले नाम को ही लगभग हरी झंडी मिल जाएगी। इसी के चलते शनिवार को देहरादून में हुई संसदीय बोर्ड की बैठक को लेकर विधायक और दावेदार खासे गंभीर दिखे।