देहरादून : उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के नाम से संशय ख़त्म होने के बाद अब यह प्रश्न राजनीतिक गलियारों में उठने लगा है कि विधायकों की शपथ ग्रहण के बाद पांचवीं विधानसभा का विधिवत गठन होने पर नया विधानसभा अध्यक्ष कौन होगा। इसे लेकर भाजपा मंथन में जुट गई है।
वहीं पूर्व मंत्री बंशीधर भगत, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, विधायक मुन्ना सिंह चौहान के नाम भी विधानसभा अध्यक्ष को लेकर चर्चा में हैं।लेकिन वर्तमान अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल भी इनमें शामिल है। माना जा रहा है कि यदि अग्रवाल को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला तो उन्हें फिर से विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी सौंपी जा सकती है।
भाजपा को दो तिहाई बहुमत प्राप्त है। और 47 विधायक है ऐसे में पार्टी जो निर्णय लेगी उसी को अध्यक्ष बनाया जाएगा। पहले ऋषिकेश से विधायक प्रेमचंद अग्रवाल को यह पद सौंपा गया था लेकिन अब उनका नाम भी मंत्री पद की दौड़ में बताया जा रहा है यदि वह मंत्री पद प्राप्त कर लेते है तो किसी और विधायक को इस बार अध्यक्ष बनने का मौका मिल सकता है।
बुधवार यानी आज धामी सरकार के शपथ ग्रहण के बाद केंद्रीय नेतृत्व से विमर्श कर भाजपा इस सिलसिले में क्या निर्णय लेती है, फ़िलहाल इस पर सबकी नजर बनी हुई है।