देहरादून: सरकारी विभागों में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 10 युवकों से 62 लाख रुपये की ठगी के मामले में पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। उसके तीन साथी अब भी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। रविवार को एसएसपी कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता में सहायक पुलिस अधीक्षक हिमांशु वर्मा ने बताया कि इसी 16 अक्टूबर को मनीष कुमार निवासी गौशाला नदी रोड मुजफ्फरनगर ने धोखाधड़ी की शिकायत की थी।
जिसमें बताया कि कमल किशोर पांडेय, मनोज नेगी, चेतन पांडेय और ललित बिष्ट ने उन्हें व उनके संबंधियों से सरकारी विभागों में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 62 लाख रुपये हड़प लिए। आरोपित कमल किशोर ने खुद को प्रशासनिक अधिकारी, ललित बिष्ट ने सचिव, मनोज नेगी ने अपर सचिव के पद पर तैनात बताया था। तभी से पुलिस आरोपितों की तलाश में दबिश दे रही थी।
शनिवार को गिरोह के सरगना कमल किशोर निवासी सर्कुलर रोड को त्यागी रोड पर संगम होटल के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपितों में से कोई खुद सरकारी विभाग में तो किसी की पत्नी पटेलनगर कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर प्रदीप राणा ने बताया कि आरोपित ललित बिष्ट की पत्नी लोक निर्माण विभाग में प्रशासनिक अधिकारी है तो दूसरा आरोपित मनोज नेगी खुद उत्तराखंड जल विद्युत निगम पौड़ी में संविदा पर नियुक्त है।