अफगानिस्तान में फंसे उत्तराखंडियों को लेकर सक्रिय सीएम धामी, एनएसए अजित डोभाल से की बात

देहरादून:  अफगानिस्तान में फंसे उत्तराखंड के लोगों को सकुशल वहां से निकालने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रयास तेज कर दिए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने इस मामले में विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के साथ-साथ एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार) अजित डोभाल से भी बात की है।

राजधानी काबुल समेत पूरे अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है। अफगानिस्तान पर तालिबानियों के कब्जे से वहां डर का माहौल बना हुआ है। बाहरी देशों के फंसे लोग अफगानिस्तान से निकलना चाह रहे हैं। भारत के भी सैकड़ों नागरिक अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं। इसमें उत्तराखंड के लोग भी बड़ी संख्या में हैं।

उत्तराखंड के कुछ लोगों ने एक वीडियो बनाकर भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई थी। मुख्यमंत्री कार्यालय ने अफगानिस्तान में फंसे लोगों के परिजनों के बारे में जानकारी मांगी थी, ताकि सरकार उनकी हर संभव मदद कर के।

बीजेपी नेता शादाब शम्स ने कहा कि अफगानिस्तान में फंसे लोगों के परिजन काफी चिंतित हैं। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार के गुहार लगाई है कि अफगानिस्तान में फंसे उत्तराखंड के लोगों को वहां से जल्द सकुशल निकाला जाए।

वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले में खुद एनएसए अजित डोभाल से बात की और उन्होंने कहा कि वे तत्काल अफगानिस्तान में फंसे उत्तराखंड के लोगों की वापसी के लिए कोई रणनीति बनाएं।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरकार अपने प्रदेश के लोगों की हर संभव मदद कर रही है। वे लोग जल्द ही सकुशल अपने घर वापस आ जाएंगे। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में भी बात कर आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम केन्द्र सरकार के लगातार सम्पर्क में हैं। केन्द्र सरकार अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित कर रही है।

बता दें कि मंगलवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान के ताजा हालात को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों की सकुशल वापसी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे।

बैठक में पीएम मोदी के प्रधान सचिव डॉक्टर पीके मिश्रा, एनएसए अजित डोभाल और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *