-अब तक कोरोना संक्रमण के चलते सभा मंडल से ही कर रहे थे दर्शन
केदारनाथ: देश व विदेशों से केदारनाथ दर्शन को पहुंच रहे भक्त अब स्वंभू शिवलिंग के दर्शन कर सकते हैं। कोरोना संक्रमण के चलते अब तक यात्री सभा मंडल से ही भोले बाबा के दर्शन कर रहे थे। देवस्थानम बोर्ड के इस फैसले का तीर्थपुरोहित समाज, व्यापारियों समेत सभी संगठनों से स्वागत किया है।
कोरोना संक्रमण के चलते कपाट खुलने के बाद पहले मंदिर के बाहर से ही भक्तों के दर्शन की अनुमति थी, जिसके बाद संक्रमण की दर कम होने पर सभा मंडल से दर्शन की अनुमति देवस्थानम बोर्ड ने दी गई थी। अब यात्री गर्भ गृह में जाकर स्वंभू शिवलिंग के दर्शन कर परिक्रमा कर सकते हैं। हालांकि अभी भी शिवलिंग पर जल व चंदन का लेप लगाने की अनुमति भक्तों को नहीं दी गई हैं।
देवस्थानम बोर्ड के सदस्य व तीर्थपुरोहित श्रीनिवास पोस्ती ने बताया कि ईपास की बाध्यता समाप्त होने के बाद देवस्थानम बोर्ड ने केदारनाथ मंदिर में भक्तो को स्वंभू शिवलिंग के गर्भगृह में जाकर दर्शन की अनुमति दे दी है। इससे अब भक्त भोले बाबा के दर्शन कर शिवलिंग की प्रक्रिमा कर सकेंगे। हालांकि अभी भी शिवलिंग पर जल व लेप लगाने की अनुमति नहीं दी गई है। कहा कि इससे देश व विदेशों से आ रहे भक्तों को साक्षात स्वंभू शिवलिंग के दर्शन हो सकेंगे।
उन्होने कहा कि इस फैसले से तीर्थपुरोहित समाज, स्थानीय लोग व्यापारियों में भी खुशी है, अब भक्त बड़ी संख्या में भोले बाबा के दर्शनों को आएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का यह फैसला स्वागत योग्य है। उनके दिशा निर्देश में यात्रा सुचारू रूप से संचालित हो रही है।
वहीं केदारसभा के महासचिव कुबेरनाथ पोस्ती, केदारनाथ व्यापार संघ के अध्यक्ष महेश बगवाड़ी व केदारघाटी होटल एसोसिएशन के सचिव नितिन जमलोकी ने अलग अलग बयान में देवस्थानम व सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कह कि अब कोरोना संक्रमण काफी कम हो गया है, ऐसे में भोले बाबा के भक्त शिवलिंग की परिक्रमा करने की अनुमति जो सरकार ने दी है वह सराहनीय कदम है।