हरिद्वार: गुमशुदा की तलाश में जुटी पुलिस ने विवाहेत्तर संबंधों के चलते बुने गए हत्या के षड़यंत्र का पर्दाफाश करते हुए गुमशुदा के शव को बरामद कर कातिल विवाहिता एवं उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों द्वारा अवैध सम्बन्धों का खुलासा होने पर इस हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था |
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार,अजय सिंह ने बताया कि बीती 22 मार्च को गुमशुदा हेमेन्द्र के पिता मोहरपाल पुत्र मुन्सी सिंह निवासी ग्राम धनौरा जिला शाहजहाँपुर, हाल निवासी ब्रहमपुरी काला गेट सिडकुल हरिद्वार की शिकायत पर थाना सिड़कुल में गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी गयी थी। जांच के दौरान पुलिस ने गुमशुदा हेमेन्द्र एवं उसकी पत्नी रिंकी उर्फ किरण के मोबाईल की कॉल डिटेल मंगाई। कॉल डिटेल का अवलोकन करने पर पुलिस को पता चला कि एक संदिग्ध नम्बर से रिंकी उर्फ किरन की लगातार बातचीत होती है।
साथ ही यह भी सामने आया कि उक्त संदिग्ध नम्बर व गुमशुदा हेमेन्द्र सिंह की अन्तिम लोकेशन थाना भगवानपुर क्षेत्रान्तर्गत एक ही स्थान पर पायी गयी। पूछताछ मे रिंकी उर्फ किरन द्वारा पुलिस को सहयोग नहीं किया गया साथ ही उक्त अज्ञात नम्बर की आईडी मौहम्मद शारूफ को पहचानने से मना व फोन पर बात करने से साफ इंकार कर दिया। पुलिस ने जब रिंकी उर्फ किरण से सख्ती से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि वह नम्बर उसके प्रेमी शारूफ का है। जिस पर पुलिस ने मौहम्मद शारुफ अली को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि उन दोनो के बीच चल रहे अवैध प्रेम प्रसंग के बीच मृतक हेमेन्द्र उर्फ सौरभ ने उन्हे रंगे हाथ पकड लिया था। जिस पर विवाद होने के बाद उसने व रिंकी ने हेमेन्द्र को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।
प्लान के अनुसार 11 मार्च को गुमशुदा हेमेन्द्र को दावत के बहाने भगवानपुर बुलाया और शराब पिलाकर देर रात रस्सी से गला घोटकर उसकी हत्या करने के बाद शव को नहर में फेंक दिया | शव थाना बडगांव पुलिस द्वारा दिनांक 19 मार्च को ग्राम सिमलाना से बरामद करते हुए नियमानुसार शव का अन्तिम संस्कार किया जा चुका था। हेमेन्द्र के कपड़ों को परिजनों द्वारा पहचाना गया। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने घटना मे प्रयुक्त रस्सी, ट्रक व मृतक का मोबाईल फोन बरामद किया है।