पिथौरागढ़: हिमालय वियाग्रा इस बार गर्मी के मौसम में भारी बर्फबारी में दब गया है। भारी बर्फबारी के कारण ये तीन फीट बर्फ में दबा हुआ है। इससे काफी नुकसान होने की बात स्थानीय लोग कह रहे हैं। 12 हजार फीट की ऊंचाई पर पिथौरागढ़ के कुछ हिस्सों में हिमालय वियाग्रा उगता है, लेकिन बर्फबारी की वजह से अभी ये बर्फ में ही दबा हुआ है और काफी बर्बाद हो चुका है। अप्रैल के अंतिम सप्ताह से जून के मध्य तक ये उगता है। इसका व्यापार करने वाले इसकी कीमत 10 से 12 लाख रुपये प्रति किलो बताते हैं।
पिथौरागढ़ के मुनस्यारी ब्लाक के मिलम, बुई पातो, सैपोलो, क्विरिजिमिया, कुलथम, धुरटोली के करीब आधा दर्जन गांवों के ग्रामीण घाटियों तक जाते हैं और टेंट लगाते हैं। पूरा दिन जड़ी-बूटी चुनते हैं। अब सभी ग्रामीण लौट आए हैं। मुनस्यारी के निवासी सुंदर कोरंगा ने कहा कि घाटियां बर्फ में दबी हुई हैं, जड़ी-बूटी की तलाश करना असंभव है। धारचूला के निवासी विक्की चिराल ने कहा कि 3 हजार से अधिक परिवार अपनी आजीविका के लिए इस जड़ी-बूड़ी पर निर्भर रहते हैं। बर्फ पिघलने के बाद हम इसे इकट्ठा करने के लिए जाते हैं, लेकिन इस बार काफी नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हम फिर से जाएंगे। अगर इस बार वैसे ही हालत रहेंगे तो हमें भारी नुकसान होगा। साथ ही कहा कि हमें उम्मीद है कि बर्फ ने जड़ी-बूटी को बर्बाद नहीं किया होगा।