देहरादून: दून विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षा समारोह आयोजित किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने स्नातक और स्नातकोत्तर इंटीग्रेटेड के मेधावी छात्रों को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं का सभी विद्यार्थियों, एकेडमिक काउंसिल और एक्सक्यूटिव काउंसिल ने स्वागत किया।
आयोजित समारोह में 2017, 2018, 2019 और 2020 के स्नातक के साथ ही परास्नातक के कुल 2102 विद्यार्थियों को कुलाधिपति राज्यपाल गुरमीत सिंह की अध्यक्षता में उपाधियां से नवाज़ा गया। इसके अतिरिक्त उन सभी शोध विद्यार्थियों को जिनकी मौखिक परीक्षा 30 नवंबर 2021 तक संपन्न हो चुकी थी उन्हें पीएचडी और एमफिल की उपाधि प्रदान की गई। दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल ने संबोधन करते हुए बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित इस दीक्षा समारोह की थीम नारी सशक्तिकरण के ऊपर आधारित है, जिसे ‘सशक्त महिला सशक्त राष्ट्र’ नाम दिया गया है।
इसके साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक जनकल्याण के क्षेत्र में पिछले कई दशकों से उत्कृष्ट और उल्लेखनीय योगदान देने वाले, देश और दुनिया में उत्तराखंड को गौरान्वित करने के लिए हंस फाउंडेशन की मुखिया माता मंगला और श्रीगुरु राम राय दरबार के श्रीमहंत देवेंद्र दास को डाक्टर आ लेटर्स की मानद उपाधि देकर अलंकृत किया। कुलपति ने बताया कि प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत जिनका एक दिन पूर्व ही वाहन दुर्घटना ग्रस्त हो गया था। उसके बाद भी उनका बुधवार सुबह विवि के दीक्षा समारोह में पहुंचना उनकी उच्च शिक्षा को लेकर दृढ़ता को दर्शाता है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डां मंगल सिंह मंदरवाल ने बताया कि दीक्षा समारोह की सभी लेखन सामग्री ऐपण कला से तैयार की गई है।
इस अवसर पर डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. एचसी पुरोहित, प्रो. कुसुम अरुनाचलम, प्रो आरपी ममगईं, प्रो. चेतना पोखरियाल, प्रो. हर्ष डोभाल, डा. सुनीत नैथानी, डा. श्रीधर, डा. विपिन, डा. अरुण कुमार, डा सविता, डा. राजेश भट्ट, पूर्व कुलपति सुधा पांडे मौजूद रहे।