सोने-चांदी की कीमतों में भारी उछाल, निवेशकों में उत्साह — सोना 1300 रुपये महंगा, चांदी 2460 रुपये चढ़ी

नई दिल्ली | सोमवार, 10 नवंबर 2025
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में जोरदार तेजी दर्ज की गई। घरेलू बाजार में सोना ₹1,300 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी ₹2,460 रुपये प्रति किलो महंगी हुई। यह उछाल वैश्विक बाजार में कीमती धातुओं की मजबूती, कमजोर डॉलर और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के कारण देखने को मिला है।

💰 सोने के दाम नई ऊंचाई पर
सोमवार को 24 कैरेट सोने की कीमत ₹1,25,900 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई। पिछले कारोबारी दिन की तुलना में यह ₹1,300 रुपये की तेजी है। विशेषज्ञों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की कमजोरी और ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीदों ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी विशेषज्ञ सौमिल गांधी का कहना है कि फेडरल रिजर्व की आगामी बैठक में ब्याज दरों में कटौती की संभावना सोने की कीमतों को सहारा दे रही है। उन्होंने कहा, “आर्थिक अनिश्चितता के समय निवेशक सोने को सबसे सुरक्षित संपत्ति मानते हैं, इसलिए इसकी मांग बढ़ी है।”

🥈 चांदी में भी जबरदस्त तेजी
सोने के साथ-साथ चांदी ने भी रफ्तार पकड़ी। शुक्रवार को जहां चांदी की कीमत ₹1,53,300 रुपये प्रति किलो थी, वहीं सोमवार को यह ₹2,460 रुपये की बढ़त के साथ ₹1,55,760 रुपये प्रति किलो हो गई। औद्योगिक मांग और वैश्विक निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी के चलते चांदी के भाव में यह तेजी आई है।

🌎 अंतरराष्ट्रीय बाजार का हाल
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कीमती धातुओं में मजबूती बनी रही। हाजिर सोना 2.08% बढ़कर 4,082.84 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया, जबकि चांदी 3.30% की छलांग लगाकर 49.93 डॉलर प्रति औंस पर पहुंची।
एलकेपी सिक्योरिटीज के विश्लेषक जतीन त्रिवेदी के अनुसार, “अमेरिकी सरकार के फिर से खुलने और डॉलर में कमजोरी के कारण बाजार में सकारात्मक रुख देखने को मिला है। अब निवेशकों की नजर भारत और अमेरिका के महंगाई से जुड़े आंकड़ों पर है, जो आने वाले दिनों में बाजार की दिशा तय करेंगे।”

📊 क्या आगे भी बनी रहेगी तेजी?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर वैश्विक बाजार में डॉलर कमजोर बना रहा और ब्याज दरों में कटौती की संभावना कायम रही, तो सोना और चांदी दोनों के दाम आने वाले हफ्तों में और ऊपर जा सकते हैं। फिलहाल, निवेशकों को सावधानी बरतते हुए अंतरराष्ट्रीय रुझानों पर नजर रखने की सलाह दी गई है।

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