देहरादून जिलाधिकारी डाॅ. आर राजेश कुमार ने कैम्प कार्यालय में एस.पी.एस राजकीय चिकित्सा प्रबन्धन समिति और जिला क्षय नियन्त्रण समिति की बैठक की। समिति के सदस्यों द्वारा एस.पी.एस ऋषिकेश चिकित्सालय के संबंध प्रस्तुत बजट के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि वास्तविक डिमाण्ड को देखते हुए बजट बनायें व मुख्य चिकित्साधिकारी बजट के औचित्य की संस्तुति कर बजट खर्च का अनिवार्य रूप से आडिट भी करवाएं।
जिलाधिकारी ने क्षय नियंत्रण समिति के सदस्यों को निर्देशित किया कि जो भी टीबी पेशेन्ट ठीक हुए हैं उनको टीबी चैम्पियन बनाएं। टीबी रोग नियन्त्रण कार्यक्रम की तरह एच.आई.वी. और डायबिटिज के नियन्त्रण के संबंध में कमेटी का गठन किया जाए और सभी सरकारी-गैर सरकारी अस्पतालों में टीबी उन्मूलन के साथ ही एच.आई.वी और डायबिटिज की निःशुल्क जांच व इलाज उपलब्ध कराने की कार्यवाही अनिवार्य रूप से पूरी करें।
जिलाधिकारी ने कोविड-19 वैक्सीनेशन के टीकाकरण का डोर-टू-डोर अभियान तथा प्रत्येक सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण की सुविधा लगातार बनाये रखने के निर्देश देते हुए कहा कि संपूर्ण टीकाकरण की प्रक्रिया में तेजी लायें।
उन्होंने कोविड-19 का नया वैरीएन्ट ओमनिक्राॅम को देखते हुए जनपद में बाॅर्डर एरिया में रैण्डमली सैम्पलिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि यदि कोई ओमनिक्राॅम का संदिग्ध मामला प्रकाश में आता है तो उसको किसी भी दशा में प्रसारित ना होने दिया जाए तथा इसके लिए कन्टेनमेंट जोन इत्यादि जो भी कोविड-19 मानक हैं उस प्रक्रिया का पूर्ण पालन करें।
इस दौरान बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. मनोज उप्रेती, सचिव क्षय रोग नियन्त्रण समिति डाॅ. मनोज वर्मा सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।