देहारादून: स्नातक स्तरीय परीक्षा धांधली में एसटीएफ की जांच लगभग पूरी हो गई है। डीजीपी अशोक कुमार ने इस मामले में अब तक पूरी चेन पुलिस के गिरफ्तार होने की जानकारी दी है। वहीं उन्होने अन्य भर्तियों की जांच में बड़े खुलासे होने की आशंका जताई हैं।
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि स्नातक स्तरीय परीक्षा धांधली में अब तक 41 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। इनमें से एसटीएफ 18 आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। इस गैंग का लीडर मूसा भी पकड़ा जा चुका है। जबकि, पेपर लीक कराने में बड़ी भूमिका कंपनी के मालिक राजेश चौहान की रही है।
उन्होने आगे बताया कि अभी तक की जांच में यही बात सामने आई है कि विभिन्न इलाकों में आरोपियों के अपने-अपने गिरोह हैं। इनका लीडर सैयद सादिक मूसा है। लेकिन, उसे पेपर मुहैया कराने वाला कंपनी का मालिक ही है। अब तक इस पूरी चेन को गिरफ्तार किया जा चुका है। माना जा सकता है कि अब इस मामले में जांच समाप्ति की ओर है।
उन्होंने बताया कि फिलहाल एसटीएफ वीडीओ भर्ती 2016, सचिवालय रक्षक और वन दरोगा भर्ती की जांच कर रही है। इसमें वीडीओ भर्ती में दो, सचिवालय रक्षक और वन दरोगा भर्ती में एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन मामलों में कुछ आरोपी ऐसे भी हैं जो स्नातक स्तरीय परीक्षा की धांधली में भी शामिल रहे हैं। इनसे पूछताछ में बहुत सी बातें पता चली हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही कुछ और बड़ी गिरफ्तारियां भी हो सकेंगी।
बता दें, एसटीएफ फिलहाल वीडीओ, सचिवालय रक्षक और वन दरोगा भर्ती की जांच कर रही है। इनमें कुछ गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।