आतंकी नेटवर्क में फंसा डॉक्टर: पांच लाख की सैलरी पाने वाला डॉ. अदील निकला जैश-ए-मोहम्मद का समर्थक, सहारनपुर में पुलिस ने की छापेमारी

Saharanpur News: तीन साल से सहारनपुर में रह रहा था डॉ. अदील, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने खंगाले घर और हॉस्पिटल के रिकॉर्ड

सहारनपुर। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से संबंधों के आरोप में गिरफ्तार डॉक्टर अदील अहमद के सहारनपुर कनेक्शन ने सुरक्षा एजेंसियों को चौका दिया है। सोमवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस की एक टीम सहारनपुर पहुंची और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर डॉक्टर के मानकमऊ स्थित किराए के मकान और हॉस्पिटल की तलाशी ली।

डॉ. अदील करीब तीन वर्षों से सहारनपुर में रह रहा था और यहां फेमस मेडिकेयर हॉस्पिटलवी-ब्रॉस हॉस्पिटल में बतौर फिजिशियन कार्यरत था। जांच में सामने आया कि वह अपने भाई के बैंक खाते में भी तनख्वाह ट्रांसफर करता था। अंबाला रोड स्थित एक्सिस बैंक में उसका वेतन खाता है, जिसमें उसे हर माह लगभग पांच लाख रुपये मिलते थे।


जैश-ए-मोहम्मद से संबंध का खुलासा

जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, अनंतनाग निवासी डॉ. अदील अहमद को हाल ही में गिरफ्तार किया गया। उस पर आरोप है कि उसने श्रीनगर में जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाए और संगठन के लिए काम कर रहा था। पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर पुलिस ने फरीदाबाद में भी छापा मारा।


सहारनपुर में छानबीन, हॉस्पिटल में मची हलचल

जम्मू-कश्मीर पुलिस टीम ने थाना कुतुबशेर क्षेत्र के मानकमऊ में स्थित उसके किराए के घर की तलाशी ली। इसी दौरान स्थानीय पुलिस ने फेमस मेडिकेयर हॉस्पिटल जाकर प्रबंधन से पूछताछ की और डॉक्टर के कार्यकाल से जुड़ी जानकारी ली।
जांच के बाद हॉस्पिटल प्रशासन ने डॉक्टर की नेम प्लेट हटा दी, जबकि उनके साथ काम करने वाले डॉ. बाबर का नाम भी हॉस्पिटल बोर्ड से हटा दिया गया है।


शादी के बाद हुआ था संदिग्ध बदलाव

सूत्रों के अनुसार, डॉ. अदील की शादी चार अक्टूबर 2025 को जम्मू-कश्मीर में हुई थी। वह 26 सितंबर को छुट्टी पर गया था और केवल कुछ चुनिंदा स्टाफ को ही शादी का कार्ड दिया था। कार्ड पाने वालों में डॉ. बाबर भी शामिल थे, जिन पर भी अब शक की सुई घूम रही है।


हॉस्पिटल प्रबंधन ने दी सफाई

फेमस मेडिकेयर हॉस्पिटल के प्रबंधक मनोज मिश्रा ने बताया कि डॉ. अदील का व्यवहार बेहद सामान्य था।

“वह काफी व्यावहारिक और पेशेवर व्यक्ति लगते थे। हमें कभी शक नहीं हुआ कि उनका किसी आतंकी संगठन से संबंध हो सकता है। जनवरी-फरवरी में फिजिशियन का पद खाली था, तब एक चिकित्सक के माध्यम से उनसे संपर्क हुआ और 20 मार्च 2025 को उन्हें नियुक्त किया गया था। अब उनकी सेवा समाप्त कर दी गई है,” उन्होंने कहा।

प्रबंधन ने यह भी स्पष्ट किया कि डॉ. बाबर, जो रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर हैं, को भी क्लीनचिट मिलने तक ड्यूटी से हटा दिया गया है।


जांच जारी, कई कर्मचारियों से पूछताछ

थाना कुतुबशेर पुलिस ने हॉस्पिटल स्टाफ से पूछताछ कर डॉ. अदील के नेटवर्क की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। पुलिस डॉक्टर के पुराने रिकॉर्ड, मोबाइल डेटा, बैंक ट्रांजैक्शन और संपर्कों की जांच कर रही है।
जम्मू-कश्मीर और सहारनपुर पुलिस की संयुक्त टीम पूरे मामले की गहराई से जांच में जुटी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं किसी और डॉक्टर या कर्मचारी का आतंकी नेटवर्क से जुड़ाव तो नहीं।

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