देहरादून: कांग्रेस ने अदाणी ग्रुप की कंपनियों में निवेश के लिए दबाव बनाये जाने को लेकर देश भर में एलआईसी व एसबीआई मुख्यालयों पर प्रदर्शन कियाI गया। कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र सरकार द्वारा एलआईसी, एसबीआई समेत अन्य प्राइवेट कंपनियों पर दबाव के चलते उन्होंने अडाणी ग्रुप की कंपनियों में पैसा लगाया हैI उन्होंने केंद्र सरकार से जेपीसी गठित कर अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग द्वारा अडाणी ग्रुप पर लगाये गए आरोपों जाँच कराने की मांग की हैI
अडाणी समूह की कंपनियों को लेकर अमेरिकी निवेशक हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद संसद से लेकर सड़कों तक कोहराम मचा हुआ है, जिसको लेकर पूरा विपक्ष केंद्र सरकार से जवाब मांग रहा हैI तो वहीं कांग्रेस ने इसको लेकर सोमवार को राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन कियाI राजधानी दून से लेकर हल्द्वानी और हरिद्वार तक तमाम शहरों में कांग्रेसी नेता इस विरोध प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि यह एक व्यापक भ्रष्टाचार का मामला है। आम आदमी जो अपनी कमाई बैंकों व एलआईसी में निवेश करता है, उसका पैसा अगर दबाव डालकर अदाणी की कंपनियों में निवेश कराया गया है तो यह आम जनता के साथ धोखा है। अगर आम आदमी का बैंकों से भरोसा उठ सकता है तो यह अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा खतरा है। उनका कहना है कि हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट में जब अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में धांधली की बात कही गई है तो सरकार इस पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। सेवी और आरबीआई क्या कर रहे हैं? इस पूरे मामले की सरकार को संयुक्त संसदीय समिति से जांच करानी चाहिए।
कांग्रेसी नेता सूर्यकांत धस्माना ने आरोप लगाया है कि यह कोई मामूली घोटाला नहीं है एक लाख 76 हजार करोड़ के इस घोटाले की सरकार को उच्चस्तरीय जांच करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि एलआईसी ने अगर आम आदमी का पैसा अदाणी ग्रुप की कंपनियों में निवेश किया है तो एलआईसी अब अपने निवेशकों का पैसा वापस करें।
उधर जसपुर में कांग्रेस विधायक आदेश चैहान के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेसियों ने एलआईसी कार्यालय व एसबीआई बैंक पर धरना प्रदर्शन किया। वही हरिद्वार से प्राप्त समाचार के अनुसार यहां भी कांग्रेसी नेताओं ने एलआईसी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और निवेशकों का पैसा लौटाने तथा इस पूरे मामले की जांच की मांग की है।