देहरादून: नेटफ्लिक्स के खिलाफ जॉर्जियाई के शतरंज विश्व चैंपियन नाना ग्रैप्रिंडाशविली ने मानहानि के तहत 5 मिलियन डॉलर का मुकदमा दायर किया है। नाना का कहना है कि नेटफ्लिक्स के एक हिट टीवी शो ‘द क्वीन्स गैम्बिट’ के एक एपिसोड में उनका चित्रण एक सेक्सिस्ट के रूप में करके उन्हें बदनाम किया गया है |
80 वर्षीय शतरंज की दिग्गज खिलाड़ी नोना गैप्रिंडाशविली ने दावा करते हुए कहा है कि ‘द क्वीन्स गैम्बिट’ सीरीज में उनका किरदार निभा रही अभिनेत्री ने अपने एक डायलॉग में कहा है कि मैं अपने करियर में “कभी पुरुषों का सामना नहीं किया” जो की उन्हें “बेहद सेक्सिस्ट और कमजोर” प्रदर्शित कर रहा है। जबकि नोना ने अपने प्रतिस्पर्त्धा काल के दौरान 1968 तक दर्जनों पुरुष खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा की है और उनमें से 28 को हराया भी है। नोना 1978 में ग्रैंडमास्टर के अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ के खिताब से सम्मानित होने वाली पहली महिला भी रही हैं। वह 1962-78 तक महिला विश्व शतरंज चैंपियन थीं।
इस पर नेटफ्लिक्स के वकील अपना पक्ष रखते हुए कहते हैं कि यह सीरीज काल्पनिक है और इसे अमेरिकी संविधान के पहले संशोधन द्वारा कवर किया गया है। यानी यह मामला फ्रीडम ऑफ स्पीच के अंतर्गत आएगा। इसलिए इस मुकदमे को खारिज कर देना चाहिए।
हालांकि इस पर न्यायाधीश वर्जीनिया फिलिप्स ने गुरुवार को नेटफ्लिक्स के प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा कि सीरीज का काल्पनिक होना नेटफ्लिक्स को मानहानि के केस से नहीं बचा सकता। यदि सीरीज में मानहानि के तत्व मौजूद हैं, तो उन पर कार्रवाई होगी।
बता दें कि आन्या टेलर-जॉय अभिनीत ‘द क्वीन्स गैम्बिट’ सीरिज वाल्टर टेविस के 1983 के उपन्यास पर आधारित है। इस कहानी बताया गया है कि कैसे एक अनाथ युवा दुनिया की सबसे बड़ी शतरंज खिलाड़ी बन जाती हैं। इसमें केंद्रीय चरित्र बेथ हार्मन काल्पनिक है, वहीं नोना गैप्रिंडाशविली सहित कई वास्तविक जीवन के शतरंज के पात्र हैं।