देहरादून: उत्तराखंड में हवाई सेवाओं के विस्तार के लिए छह हेलीपैड़ पर हेलीपोर्ट बनाने के लिए बजट जारी कर दिया गया है। इन हेलीपैड पर नियमित हवाई सेवा संचालन के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। दुर्गम भूगोल को देखते हुए सरकार प्रदेश में हवाई सेवाओ को विकसित करने का प्रयास कर रही है।
इसी के चलते सरकार मौजूदा हेलीपैड़ को अपग्रेड करते हुए हेलीपोर्ट के रूप में विकसित करने में जुटी हुई है। अभी ज्यादातर हेलीपैड पर केवल हवाई पट्टी मौजूद है। विकसित करने के बाद यहाँ एक से अधिक हेलीकॉप्टर पार्किंग सुविधा दी जा सकेगी। इसी क्रम में हैंगर, यात्री टर्मिनल, फायर बिल्डिंग, वॉच टॉवर और बाउंड्री वाल का भी निर्माण किया जा रहा है। जिसके लिए नागरिक उड्डयन विभाग ने बजट जारी कर दिया है।
जारी किये गए बजट के अनुसार गौचर 16.98 करोड़, चिन्यालीसौड 6.40 करोड़, अल्मोड़ा 14.90 करोड़, हल्द्वानी 9.49 करोड़, कोटि कॉलोनी11.88 करोड़, सहस्रधारा 34.28 करोड़ रुपए जारी किये गए है I विकसित करने के बाद यहाँ एक से अधिक हेलीकॉप्टर पार्किंग सुविधा दी जा सकेगी। काम पूरा करने का लक्ष्य इसी वित्तीय वर्ष में रखा गया है।
वहीं उकाडा देहरादून से वाया अल्मोड़ा होते हुए पिथौरागढ़ के लिए राज्य सरकार की हेलीसेवा शुरू करने की दिशा में पूरी तैयारी कर चुका है। इस रूट पर सेवा देने के लिए दो ऑपरेटर ने आवेदन किया है। इसका किराया अधिकतम पांच हजार तय किया गया है। चूँकि यह सेवा राज्य सरकार द्वारा संचालित की जायेगी इसलिए मौजूदा सेवा के मुकाबले किराया कम रखा गया है।
इसके तहत उकाडा ने अल्मोड़ा हेलीपैड के निरीक्षण के लिए डीजीसीए को पत्र लिखा है। अपर मुख्य कार्यधिकारी कमलेश मेहता क्व अनुसार डीजीसीए का निरीक्षण इस सप्ताह तक होने की उम्मीद है। इसके बाद कभी भी सेवा शुरू हो सकती है। और इसी के साथ ही पवनहंस लिमिटेड भी अल्मोड़ा से पिथौरागढ़ के लिए एक और हेलीसेवा शुरू करने की तैयारी कर रही है।