अंकिता भंडारी हत्याकांड फिर गरमाया: वायरल वीडियो से देहरादून से दिल्ली तक सियासी घमासान, VIP की पहचान पर बढ़ा विवाद

उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर एक बार फिर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। तीन साल पुराने इस मामले में हाल ही में सामने आए एक वायरल वीडियो ने देहरादून से लेकर दिल्ली तक सियासी माहौल गर्मा दिया है। कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस जहां मामले में कथित वीआईपी का नाम सार्वजनिक करने और सीबीआई जांच की मांग कर रही है, वहीं भाजपा इसे चुनावी राजनीति और बेबुनियाद आरोप बता रही है।

गौरतलब है कि 18 सितंबर 2022 को पौड़ी जिले के यमकेश्वर क्षेत्र स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में कार्यरत रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद उसका शव चीला शक्ति नहर में फेंक दिया गया था। मामले में तीनों आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई जा चुकी है, लेकिन घटना के दिन रिजॉर्ट में मौजूद बताए जा रहे कथित वीआईपी की पहचान अब तक सामने नहीं आ पाई है।


कथित पत्नी के वीडियो से दोबारा उठा VIP का मुद्दा

पूरा विवाद भाजपा से निष्कासित पूर्व विधायक सुरेश राठौर की कथित पत्नी द्वारा सोशल मीडिया पर जारी किए गए वीडियो के बाद दोबारा चर्चा में आया। फेसबुक लाइव के जरिए महिला ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में एक कथित वीआईपी ‘गट्टू’ का जिक्र किया। वीडियो में दावा किया गया कि यह व्यक्ति भाजपा का बड़ा नेता है और घटना के दिन रिजॉर्ट में मौजूद था।

महिला ने वीडियो में एक पूर्व जिला पंचायत सदस्य का भी उल्लेख करते हुए कहा कि उनके पास पूरे मामले से जुड़ी अहम जानकारी है। साथ ही एक कथित ऑडियो का हवाला दिया गया, जिसके बाद यह मामला तेजी से तूल पकड़ने लगा।


कांग्रेस का आरोप: सरकार दबा रही है मामला

वीडियो वायरल होते ही कांग्रेस ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने दिल्ली में प्रेसवार्ता कर वायरल वीडियो दिखाया और सरकार पर सच्चाई छिपाने का आरोप लगाया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग की।

गोदियाल ने चेतावनी दी कि यदि प्रदेश सरकार दस दिनों के भीतर सीबीआई जांच की सिफारिश नहीं करती है, तो कांग्रेस प्रदेशभर में आंदोलन शुरू करेगी।


भाजपा का पलटवार: कांग्रेस करे VIP का खुलासा

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस चुनाव से पहले वीआईपी का मुद्दा उछालकर अपनी नाकामियों से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस के पास वीआईपी से जुड़ी जानकारी है तो उसे सार्वजनिक करना चाहिए।

भट्ट ने कहा कि उस समय तत्कालीन डीजीपी ने सार्वजनिक अपील की थी कि यदि किसी को वीआईपी के बारे में जानकारी हो तो सामने आए, लेकिन न तब कोई आया और न ही अब कोई ठोस सबूत दे रहा है। उन्होंने वायरल वीडियो और ऑडियो को अपुष्ट बताते हुए कहा कि इसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है।


सुरेश राठौर का बयान: ऑडियो फर्जी, हो फोरेंसिक जांच

भाजपा से निष्कासित पूर्व विधायक सुरेश राठौर ने वायरल ऑडियो को पूरी तरह फर्जी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से तैयार बताया है। उन्होंने ज्वालापुर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराते हुए ऑडियो की फोरेंसिक जांच की मांग की है।

राठौर ने कहा कि वायरल सामग्री उनकी राजनीतिक और सामाजिक छवि खराब करने की साजिश है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि जांच में उनके खिलाफ कोई भी तथ्य सामने आता है तो वह सजा भुगतने के लिए तैयार हैं।


आरती गौड़ ने दिया इस्तीफा, CBI जांच की मांग पर अडिग

यमकेश्वर की पूर्व जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस्तीफा पत्र साझा करते हुए सरकार से अंकिता भंडारी हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग की।

आरती गौड़ ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ देह व्यापार और बुलडोजर कार्रवाई से जुड़े गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जो पूरी तरह निराधार हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से कार्रवाई में देरी से आहत होकर उन्होंने यह फैसला लिया है।


क्या था पूरा मामला

18 सितंबर 2022 को वनंत्रा रिजॉर्ट में कार्यरत अंकिता भंडारी की हत्या कर उसका शव चीला शक्ति नहर में फेंक दिया गया था। एक सप्ताह बाद नहर से शव बरामद हुआ। एसआईटी जांच के बाद करीब 500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई।

मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पर हत्या, साक्ष्य छुपाने, छेड़छाड़ और अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत आरोप सिद्ध हुए। अन्य दो आरोपियों सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को भी उम्रकैद की सजा सुनाई गई।


VIP की पहचान अब भी रहस्य

घटना के दिन अंकिता भंडारी ने अपने मित्र को फोन कर रिजॉर्ट में एक बड़े वीआईपी के आने और उस पर अतिरिक्त सेवा देने के दबाव की जानकारी दी थी। यही वीआईपी आज भी इस हत्याकांड का सबसे बड़ा रहस्य बना हुआ है।

वायरल वीडियो और सियासी बयानबाजी के बीच एक बार फिर सवाल उठ रहा है—क्या अंकिता भंडारी हत्याकांड से जुड़ा यह राज कभी सामने आएगा या मामला फिर राजनीति की भेंट चढ़ जाएगा?

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