दिल्ली: शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही आज सोमवार को संसद के दोनों सदनों से कृषि कानून वापसी बिल पास हो गया है।अब यह बिल राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
लोकसभा में कृषि कानून वापसी विधेयक पास होने के बाद इसे राज्य सभा में पेश किया गया जहाँ से यह पास हो गया।विधेयक को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पेश किया। इसके तुरंत बाद ही विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष के बीच हंगामे के बीच ही बिल राज्यसभा में पास हुआ।
इससे पहले लोकसभा में शीतकालीन सत्र शुरू होते ही कृषि मंत्री तोमर ने कृषि कानून वापसी का बिल पेश किया, जो पास हो गया। इसके बाद कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने कानून वापसी पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने विपक्ष से कहा कि आप चर्चा चाहते हैं तो हम वो करवाने को तैयार हैं, लेकिन विपक्ष ने नारेबाजी जारी रखी। इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई।
इस बीच, संयुक्त किसान मोर्चा के लीडर राकेश टिकैत ने कहा, “कृषि कानून वापस हो चुके हैं, लेकिन अब न्यूनतम समर्थन मूल्य और किसानों की समस्याओं पर चर्चा होनी चाहिए। हम 4 दिसंबर को एक बैठक करेंगे और उस पर आंदोलन की दिशा तय की जाएगी। तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।”
विदित हो कि ये तीनों कानून पिछले साल केंद्र सरकार ने पारित कराए थे, जिन्हें विपक्षी दलों से लेकर किसान संगठनों विरोध का सामना करना पड़ा। इन कानूनों की वापसी के लिए किसान संगठन पिछले एक साल से दिल्ली की सीमाओं को घेरे बैठे हैं। लगातार विरोध के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को इन कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी।