देहरादून: अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सोमवार को जनपद चम्पावत को छोड़कर अन्य जनपदों के मुख्य विकास अधिकारियों के साथ ग्राम्य विकास विभाग की समीक्षा की। इस दौरान अपर मुख्य सचिव ने विभाग के अन्तर्गत संचालित केन्द्र पोषित, राज्य पोषित एवं वाह्य सहायतित परियोजनाओं की प्रगति के संबंध में जनपद व योजनावार विस्तृत समीक्षा की। बैठक में ग्राम्य विकास से सम्बन्धित शासन के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
इस दौरानअपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में कन्वर्जन्स के माध्यम से अन्य सम्बन्धित विभागों के साथ समन्वय पर ध्यान दिया जाय, साथ ही आगामी बैठक में कन्वर्जन्स के माध्यम से किये गये कार्यों का प्रस्तुतीकरण प्रस्तुत किया जाय। कहा कि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के अन्तर्गत कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाय। ग्राम्य विकास विभाग के अधीन संचालित प्रत्येक योजना के अन्तर्गत सफलता एवं असफलता की कहानी तैयार कर प्रस्तुत करने एवं योजना आउटकम का विश्लेषण/अध्ययन किये जाने के निर्देश भी अपर मुख्य सचिव ने दिये।
उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से उत्पादित उत्पादों को आउटलेट के माध्यम से विपणन व्यवस्था की नियमित समीक्षा करने के साथ ही दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के अन्तर्गत उद्योगों की मांग के अनुसार सम्बन्धित ट्रेडों में युवाओं को प्रशिक्षित किये जाने के निर्देश दिये। प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अन्तर्गत माह जुलाई 2022 तक समस्त आवासों को पूर्ण किये जाने के निर्देश भी उन्होंने दिये। अपर मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अन्तर्गत माह सितम्बर 22 तक कार्यों को पूर्ण करने तथा जिन भूमि स्वामियों की जमीन अधिग्रहण की गयी है का मुआवजा तत्काल भुगतान किये जाने के निर्देश दिये गयं। पलायन पर अंकुश लगाने की दृष्टि से पलायन रोकथाम योजना के अन्तर्गत रिवर्स पलायन पर जोर दिया जाय जिसके लिये समुचित कार्य योजना तैयार की जाय। सभी विभागीय कार्यक्रमों के अन्तर्गत विगत वर्ष के अपूर्ण कार्यों को तत्काल पूर्ण करने के निर्देश भी अपर मुख्य सचिव द्वारा सभी मुख्य विकास अधिकारियों को दिये गये।
बैठक मेंआनन्द स्वरूप, अपर सचिव/आयुक्त, ग्राम्य विकास, उदयराज सिंह, अपर सचिव, ग्राम्य विकास, रीना जोशी, अपर सचिव, ग्राम्य विकास, नरेन्द्र कुमार जोशी, निदेशक, उसाटा, उपायुक्त ग्राम्य विकास ए. के. राजपूत के साथ ही जनपद चम्पावत को छोड़कर अन्य जनपदों के मुख्य विकास अधिकारी एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।