Lucknow Crime: लिव-इन पार्टनर ने इंजीनियर प्रेमी की गला रेतकर हत्या, मां-बेटियां पांच घंटे तक शव के साथ रहीं

लखनऊ में इंजीनियर की हत्या: लिव-इन पार्टनर ने की गला रेतकर हत्या, पांच घंटे तक शव के साथ बैठीं मां-बेटियां

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक चौंकाने वाली वारदात सामने आई है, जहां एक 46 वर्षीय महिला रत्ना ने अपने लिव-इन पार्टनर और इंजीनियर सूर्य प्रताप सिंह (32) की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। हत्या के बाद महिला और उसकी दो नाबालिग बेटियां करीब पांच घंटे तक शव के साथ घर में मौजूद रहीं। सुबह रत्ना ने खुद पुलिस को फोन कर कहा— “मैंने ही सूर्य का कत्ल किया है।” पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया।

चार साल से लिव-इन रिलेशन में रह रहा था कपल

जानकीपुरम सेक्टर-एच निवासी सूर्य प्रताप सिंह एवरेडी कंपनी में एक्जीक्यूटिव इंजीनियर थे। वह पिछले चार वर्षों से रत्ना और उसकी दो बेटियों के साथ सलारगंज शिवम ग्रीन सिटी स्थित अपने दूसरे मकान में रह रहे थे। रत्ना हरदोई जिले की मूल निवासी है।

रात में झगड़ा, भोर में हत्या

डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह के अनुसार, रविवार रात सूर्य प्रताप और रत्ना के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि तड़के करीब 5 बजे रत्ना ने घर में रखे चाकू से सूर्य का गला रेत दिया। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। हत्या के समय रत्ना की दोनों बेटियां घर में मौजूद थीं।

हत्या के बाद पांच घंटे तक खामोशी

हत्या के बाद न तो रत्ना भागी और न ही उसने किसी को बताया। वह और उसकी बेटियां करीब पांच घंटे तक शव के साथ उसी घर में बैठी रहीं। सुबह 9:45 बजे रत्ना ने पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल कर वारदात की सूचना दी।

पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

बीबीडी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और रत्ना को गिरफ्तार कर लिया। ग्राम प्रधान से जब पुलिस ने पुष्टि कराई तो रत्ना ने साफ कहा— “मैंने ही उसे मारा है।”
पुलिस अब उसकी बेटियों की भूमिका की भी जांच कर रही है।

पिता ने लगाया संपत्ति हड़पने की साजिश का आरोप

सूर्य प्रताप के पिता नरेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि रत्ना और उसकी बेटियों ने मकान और संपत्ति पर कब्जा करने की नीयत से यह हत्या की है। शिकायत के आधार पर तीनों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है।

गांव में मातम, परिजन सदमे में

सूर्य प्रताप की हत्या की खबर देवरिया जिले के परसिया भीखम गांव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। चाचा नेऊर सिंह के घर पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। परिजनों के मुताबिक सूर्य प्रताप बीटेक पास थे और एक निजी कंपनी में इंजीनियर के रूप में काम करते थे। पिछले कुछ वर्षों से वह परिवार से अलग रत्ना के साथ रह रहे थे।

पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपा गया, जांच जारी

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर बाद में परिजनों को सौंप दिया है। मामले की जांच कई कोणों से की जा रही है, जिसमें संपत्ति विवाद, घरेलू तनाव और बेटियों की भूमिका प्रमुख हैं।

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