उत्तराखंड में कांग्रेस ने 2027 चुनाव का बिगुल फूंका: गणेश गोदियाल ने संभाली प्रदेश अध्यक्ष की कमान, नेताओं ने एकजुटता और चुनाव रणनीति पर दिया जोर

राजनीति: उत्तराखंड में कांग्रेस ने फूंका 2027 विधानसभा चुनाव का बिगुल, नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने संभाली कमान

देहरादून। उत्तराखंड में कांग्रेस ने 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारियों को गति दे दी है। पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने शनिवार को औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण कर लिया। इस मौके पर आयोजित भव्य समारोह में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और शीर्ष नेता मौजूद रहे। समारोह में दिखाई दिया कार्यकर्ताओं का उत्साह पार्टी नेताओं में नई ऊर्जा भर गया।

हरीश रावत बोले — ‘2027 में विजय चाहते हैं तो हर सीट को अपनी सीट समझकर लड़ें’

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंच से कार्यकर्ताओं और नेताओं में जोश भरते हुए कहा कि अब समय चुनावी मोर्चे पर मजबूती से उतरने का है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि कोई भी नेता यह न सोचे कि उनकी अपनी सीट हार जाए और बाकी 69 सीटें जीत जाएं।
उन्होंने कहा—
“सबको अपनी सीट जीतने का संकल्प लेना होगा, तभी पार्टी पूरे राज्य में परचम लहराएगी।”

रावत ने प्रीतम सिंह, यशपाल आर्य, करन माहरा, हरक सिंह रावत और गणेश गोदियाल को कांग्रेस का ‘पंचमुखी रुद्राक्ष’ बताते हुए कहा कि ये पांचों नेता 2027 में भाजपा को पराजित करने की शक्ति रखते हैं। उन्होंने प्रीतम सिंह को अर्जुन, यशपाल आर्य को भीम की उपमा दी और कहा कि गांधी, नेहरू और अंबेडकर की विचारधारा को बचाने की जिम्मेदारी इन्हीं कंधों पर है।

पार्टी उपलब्धियों को जनता तक पहुँचाने का निर्देश

हरीश रावत ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे जनता के बीच जाकर कांग्रेस सरकार के दौरान की उपलब्धियों को फिर से याद दिलाएं।
उन्होंने कहा कि—

  • कांग्रेस सरकार में सबसे ज्यादा पेंशन दी गई
  • बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिला

पूर्व प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भी मंच से कहा कि पार्टी पूरी तरह एकजुट है और गुटबाजी के दावे केवल अफवाहें फैलाने का प्रयास हैं। उन्होंने कहा कि “जिन लोगों में अनावश्यक उत्साह है और गलत बयानबाजी करते हैं, उन्हें चिन्हित करने की जरूरत है।”

मंच प्रबंधन में अव्यवस्था, कई बड़े नेता नहीं मिले दिखाई

समारोह के दौरान मंच पर जगह को लेकर अव्यवस्था भी देखने को मिली। कुछ वरिष्ठ नेताओं और पूर्व मंत्रियों को मंच पर स्थान नहीं मिल पाया, जिससे असहज स्थिति बनी। आयोजन संभाल रहे संचालकों को कई लोगों को मंच से उतारने में काफी मेहनत करनी पड़ी। इस काम के लिए सेवादल कार्यकर्ताओं की भी मदद ली गई।

खराब साउंड सिस्टम से बाधित हुआ कार्यक्रम

पदभार ग्रहण समारोह में तकनीकी खामियां भी सामने आईं। खराब साउंड सिस्टम की वजह से कई नेताओं को भाषण देने में कठिनाई हुई। संबोधन शुरू होते ही माइक बंद होने जैसी दिक्कतें आती रहीं, जिससे कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी देखने को मिली।

कार्यकर्ताओं की भीड़ ने बढ़ाया नेताओं का मनोबल

समारोह में उमड़ी भारी भीड़ से पार्टी के बड़े नेता उत्साहित नजर आए। हरीश रावत ने कहा कि बिहार चुनाव में हार के बावजूद पार्टी हाईकमान ने नेताओं पर भरोसा जताया है और उत्तराखंड के कार्यकर्ताओं का यही जोश 2027 में जीत का आधार बनेगा।

‘पंचमुखी रुद्राक्ष’: कांग्रेस की रणनीति का नया प्रतीक

कार्यक्रम में हरीश रावत ने पार्टी के पांच बड़े नेताओं—

  • गणेश गोदियाल
  • प्रीतम सिंह
  • करन माहरा
  • हरक सिंह रावत
  • यशपाल आर्य

को ‘पंचमुखी रुद्राक्ष’ करार दिया। उन्होंने कहा कि इन नेताओं के पास भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ कई “अस्त्र और तर्क” हैं, जिनके दम पर कांग्रेस आगामी चुनाव में मजबूत मुकाबला करेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *